बालोद: जिले में ऑपरेशन मुस्कान के तहत पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों कस्बों में जाकर पुलिस ने गुमशुदा लोगों को ढूंढ निकाला है और अपनों से बिछड़े लोगों को बालोद पुलिस ने फिर से वापस मिलाया है. यह कार्य महज दो महीनों के भीतर किया गया है. बीते 2 माह में पुलिस ने 139 लोगों को खोज कर उनके परिवारों तक पहुंचाया है.
मुस्कान अभियान से 139 गुमशुमा मिले 'ऑपरेशन मुस्कान' के तहत बालोद जिले की पुलिस ने पूरे राज्य में अपेक्षित सबसे अच्छी सफलता हासिल की है. लॉकडाउन के दौर हो चाहे कोरोना वायरस का बढ़ता खतरा इन सब के बावजूद बालोद पुलिस 139 से ज्यादा गुमशुदा लोगों को तलाश कर उनकी मुस्कान वापस लौटाने का कार्य किया है.
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'मुरझाए चेहरों पर एक नई मुस्कान लाई'
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि ऑपरेशन मुस्कान को हम प्राथमिकता से लेकर कार्य कर रहे हैं, जिसकी बदौलत आज हमें यह सफलता मिल रही है. यहां हमारी टीम कोरोना वायरस के संक्रमण काल में भी दूसरे जगहों से गुम लोगों को ढूंढ कर लाई है. परिजन यह उम्मीद छोड़ चुके थे कि कभी उनके बिछड़े वापस लौट कर आएंगे या नहीं, लेकिन पुलिस के इस ऑपरेशन मुस्कान ने उन पथराई आंखों और मुरझाए चेहरों पर एक नई मुस्कान लाई है.
कई चुनौतियों को पारकर मिली सफलता
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीणा ने आगे कहा कि यह सफलता यूं ही नहीं मिली. कोरोना के संकट को ध्यान में रखकर पूरी सुरक्षा व्यवस्था और चुनौतियों को स्वीकार करते हुए यह सफलता हासिल की गई है. जहां से टीम जब बाहर जाती थी, तो वह स्वयं के बनाए खाने लोगों से दूरी सहित हर छोटी-छोटी चीजों का ध्यान रखती थी. तब इस कठिन ऑपरेशन में सफलता हासिल हुई है और बाकी सार्वजनिक संसाधनों से ना जाकर यहां की टीम निजी वाहनों से इन बच्चों को ढूंढ कर वापस लाई है.
यह ऑपरेशन निरंतर जारी रहेगा: जितेंद्र सिंह मीणा
जिले के विभिन्न थानों में दर्ज गुमशुदगी के मामलों पर आगे भी कार्रवाई करने की बात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कही है. उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन निरंतर जारी रहेगा. यह ऑपरेशन आईजी पुलिस महानिदेशक सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के मार्गदर्शन में किया गया है. यह एक अच्छी सफलता है और आगे भी इस तरह का कार्य किया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों को भी अपने परिवार में इस तरह बच्चों पर ध्यान रखने की आवश्यकता है कि वह किसी गलत मार्ग में ना भटके. उन्होंने बताया कि इन सभी मामलों में ज्यादातर मामले प्रेम-प्रसंग के सामने आए हैं.