Mourning Spread In Sakraud Village : बालोद के सकरौद गांव में एक साथ उठी चार अर्थियां, मासूमों को देखकर बिलख पड़ा पूरा गांव, हादसे में गईं है पांच जान
Mourning Spread In Sakraud Village बालोद जिले के सकरौद गांव में बुधवार का दिन दो परिवारों के लिए काल बनकर आया. दुर्ग के शिवनाथ नदी में हुए हादसे में दो परिवारों के पांच लोगों की मौत हो गई. इस घटना का दुखद पहलू ये है कि इसमें तीन मासूम बच्चियां भी हादसे का शिकार बनीं. जिसमें से एक बच्ची का शव नहीं मिला है.बुधवार शाम को गांव में रीति रिवाज के साथ मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया. Five people died in Durg accident
बालोद : दुर्ग जिले के शिवनाथ नदी के पुराने पुल से एक चार पहिया वाहन बुधवार सुबह गिरी थी.इस हादसे में पांच लोगों की मौत हुई.जिसमें से एक पुरुष और एक महिला और तीन बच्चियां हैं.ये सभी लोग बालोद जिले के सकरौद गांव के निवासी थे.इस घटना के बाद रेस्क्यू टीम ने मौके से चार शव बरामद किए.लेकिन एक बच्ची का शव अभी तक नहीं मिला है. शवों के पोस्टमॉर्टम के बाद इन्हें गांव भिजवाया गया. जैसे ही शव सकरौद गांव पहुंचा पूरे गांव में मातम छा गया. क्योंकि गांव के दो परिवारों में पांच मौतें हुई हैं.
कौन हैं मृतक ? :इस हादसे में जिन लोगों की मौतें हुई हैं वो साहू और देशमुख परिवार से हैं. गाड़ी के ड्राइवर का नाम ललित साहू था. जो गांव की ही तामेश्वरी देशमुख और उसकी तीन बेटियों के साथ खाना खाने के लिए दुर्ग के पास ढाबे पर गया था.लेकिन तड़के सुबह शिवनाथ नदी पर बने पुराने पुल को पार करते वक्त वाहन नदी में गिर गया.हादसे में ड्राइवर ललित साहू, तामेश्वरी देशमुख, आशु देशमुख, गरिमा देशमुख और कुमुद देशमुख की मौत हो गई.
मासूमों की अर्थी देखकर बिलख पड़ा गांव :बुधवार शाम को एक परिवार से 3 और दूसरे परिवार से एक व्यक्ति की अर्थी निकली.जिसके देखने के बाद हर कोई सहम गया.मासूम बच्चियों की अर्थियां देखने के बाद लोगों के आंसू रोके नहीं रुक रहे थे.जिस ललित साहू की हादसे में मौत हुई है वो परिवार में अकेला कमाने वाला था. ललित के दो बच्चे हैं.वहीं तामेश्वरी देशमुख और तीन बेटियों की मौत के बाद पूरा परिवार ही खत्म हो गया है.
''हमारे गांव में इतनी बड़ी घटना पहले कभी नहीं हुई है. मुझे इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से लगी.इसके बाद थाने से फोन आया. तब पता चला कि ललित साहू की मौत हुई है.लेकिन जब महिला और बच्चियों के बारे में पूछताछ हुई तो देशमुख परिवार की महिला और बेटियों की मौत की जानकारी मिली. हादसे में गरिमा देशमुख उम्र लगभग 11 वर्ष अब भी लापता है. पुलिस और एसडीआरएफ की संयुक्त टीम खोजबीन कर रही है.''तामेश्वर देशमुख, सरपंच प्रतिनिधि
गांव में एक साथ जली चिताएं :सभी मृतकों का अंतिम संस्कार गुण्डरदेही थाना क्षेत्र के ग्राम सकरौद में किया गया. मृतक ललित साहू का अंतिम संस्कार पहले हुआ. इसके बाद देशमुख परिवार से तामेश्वरी देशमुख और उनकी दो बेटियों का अंतिम संस्कार एक साथ किया गया.