बालोद: गांव की गलियों से निकलकर दो बच्चों ने पेसा पोलो वर्ल्ड कप में ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर देश का प्रदेश का नाम रोशन किया है. पेसा पोलो फिनलैंड का अंतरराष्टरीय खेल है जो ओलंपिक में भी शामिल है. खेल का आयोजन पुणे में हुआ था. इसमें 12 देशों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था. दोनों बच्चों का नाम खिलेश्वर प्रसाद और सपना चंद्राकर बताया जा रहा है.
पेसा पोलो वर्ल्ड कप में बालोद के 2 खिलाड़ियों ने जीता ब्रॉन्ज मेडल - पेशा पोलो वर्ल्ड कप
फिनलैंड के अंतरराष्टरीय खेल पेसा पोलो में बालोद के दो बच्चों ने ब्रॉन्ज मैडल हासिल किया है. दोनों को नाम खिलेश्वर प्रसाद और सपना चंद्राकर बताया जा रहा है.
ब्रॉन्ज मेडल जीतकर आये खिलाड़ी खिलेश्वर प्रसाद ने बताया कि हम लगातार खेल से जुड़े हैं और इसका परिणाम है कि आज हम 12 देश के साथ संघर्ष कर ब्रॉन्ज मेडल लाने में कामयाब हुए हैं. युवक ने बताया कि वह बालोद जिले के कलंगपुर का रहने वाला है और धोतिपार विद्यालय में अध्ययन करता है. खिलेश्वर और सपना ने भविष्य में ओलंपिक खेलने की इच्छा जताई है.
पुलिस विभाग ने थपथपाई पीठ
सपना चंद्राकर का कहना है कि एक किसान की बेटी होने के बावजूद भी उसने अपने सपनों को पंख दिया. उसने बताया उसकी बच्पन से ही खेल में रुचि थी और वो घर में ही प्रैक्टिस किया करती थी और मौका मिलने पर रायपुर में ट्रायल दिया और पुणे में हो रहे वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया और ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया. पुलिस विभाग ने भी सपना और खिलेश्वर के खेल की तारिफ की और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया.