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व्यापारी लूट Case: जिस केस को सुलझाने में दिन-रात एक कर रही पुलिस, कहीं वो मामला फर्जी तो नहीं!

खप्परवाड़ा गांव के पास अनाज व्यापारी के साथ हुई कथित लूट के मामले में नया मोड़ आया है. पूरी जांच- पड़ताल के बाद पुलिस ने कोर्ट में नार्को टेस्ट का मांग की. लेकिन प्रार्थी और उसके परिजन ने नार्को टेस्ट से इंकार कर दिया है.

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Published : Oct 3, 2019, 10:38 AM IST

व्यापारी से लूट के मामले में प्रार्थी का नार्को टेस्ट से इंकार

बालोद: गुंडरदेही थाना अंतर्गत ग्राम खप्परवाड़ा के पास 17 अगस्त को दुर्ग के अनाज व्यापारी रवि राठी के साथ लगभग 51 लाख रुपये की कथित लूट हुई थी, जिसके बाद पूरा पुलिस प्रशासन इस मामले की खोजबीन में जुट गया और रेंज स्तर से लेकर हर विभाग के पुलिसकर्मी इस लूट के मसले में उलझे रहे. साइबर सेल की टीम ने भी लगातार मामले के एक-एक पहलुओं की जांच की. सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले गए. लेकिन इस मामले में नया मोड़ आ गया है, शिकायतकर्ता नार्को टेक्ट से इन्कार कर रहा है. मामले की विवेचना के दौरान जो जानकारी पुलिस को मिली उसे कोर्ट में प्रस्तुत कर दिया गया है. पुलिस ने कोर्ट में शिकायतकर्ता उसके भाई और एक अन्य व्यक्ति के नार्को टेस्ट की मांग की है.

नार्को टेस्ट की मांग के बाद से मामले में नया मोड़ आया गया है. शिकायतकर्ता और उसके परिवार के लोग नार्को टेस्ट नहीं देना चाहते हैं. अब यह मसला उलझते जा रहा है कि अगर घटना हुई है या घटना के संदर्भ में कोई जानकारी है तो, शिकायतकर्ता आगे आकर बता देना चाहिए.

व्यापारी से लूट के मामले में प्रार्थी का नार्को टेस्ट से इंकार

17 अगस्त को हुई थी लूट
दरअसल मामला 17 अगस्त की शाम का है. दुर्ग के अनाज व्यापारी रवि राठी के साथ कथित लूट हुई थी. व्यापारी का कहना था कि वह धमतरी के एक व्यापारी के लिए पेमेंट लेकर दुर्ग से जा रहा था, जहां खप्परवाड़ा गांव के पास बंदूक की नोक पर उनसे लूट की गई. लूट की सूचना देने पास के थानों को छोड़कर प्रार्थी दुर्ग के पुलगांव थाने गया था. इसके बाद पुलिस विभाग की मदद से गुंडरदेही थाने में शिकायत दर्ज की गई और देर रात तक पूछताछ चली. बता दें कि पुलगांव थाने के पहले यहां अंडा थाना और गुंडरदेही थाना भी पड़ता है.

प्रार्थी के भाई ने भी की थी ऐसी शिकायत
पुलिस ने मामले से जुड़े सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाल लिए. मामले की गहनता से जांच भी कर ली गई. उसके बाद न्यायालय के समक्ष नार्को टेस्ट का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया, लेकिन रवि राठी नारको टेस्ट से गुजरने के लिए इंकार कर रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक व्यापारी रवि राठी के सगे भाई ने भी 1998 में इसी तरह की लगभग 3 लाख रुपये के लूट की शिकायत की थी जो बाद में झूठी निकली थी.

विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी: पुलिस अधीक्षक
जिला पुलिस अधीक्षक एम.एल. कोटवानी ने बताया कि यहां सभी साक्ष्यों को बारीकी से जांचा गया है जिसके आधार पर न्यायालय को नार्को टेस्ट के लिए आवेदन प्रस्तुत किया गाया. लेकिन शिकायतकर्ता और उसके भाई और भतीजे ने नारको टेस्ट के लिए इनकार कर दिया. अब मामले में विधि सम्मत जो कार्रवाई है वो की जाएगी. उन्होंने कहा कि तीनों के बयानों में कई विरोधाभासी बातें भी सामने आई है जिससे पुलिस को एसा लग रहा है कि वे लोग कुछ बता नहीं पा रहे या बताना नहीं चाह रहे हैं.

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