बालोद :बालोद जिले में मतदान प्रक्रिया संपन्न होने का बाद से ही दोनों पार्टियां अपने बागियों पर कड़े तेवर दिखा रही हैं. सबसे ज्यादा संजारी बालोद विधानसभा क्षेत्र से बागी देखने को मिले. जिस पर कांग्रेस ने लगातार कार्रवाई की है. कांग्रेस पार्टी की यदि बात करें तो अब तक लगभग 17 लोगों को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया है. कांग्रेस से निर्दलीय होकर चुनाव लड़ने वाली मीना साहू के समर्थन में कांग्रेस पार्टी विरोधी काम करने पर कांग्रेस ने पूर्व जिलाध्यक्ष हलधर साहू को पार्टी से निकाला है.
बीजेपी में मामले में रखा धैर्य :इस मामले में बीजेपी संगठन पूरे मामले पर शांति बनाए हुए है. लेकिन कुछ नेता और उनके साथ काम करने वाले कार्यकर्ता खुद ही सोशल मीडिया पर अपने कार्यकर्ताओं को आइना दिखा रहे हैं. सोशल मीडिया प्लेटफार्म के सहारे बीजेपी कार्यकर्ता पार्टी विरोधी काम करने वालों के नाम उजागर कर रहे हैं.कार्यकर्ताओं का कहना है कि यदि किसी ने काम नहीं किया तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए.बीजेपी में इन दिनों सोशल मीडिया ग्रुप्स के जरिए पार्टी के लिए काम नहीं करने वालों को हटाया जा रहा है. जिसमें साहू समाज के प्रदेश अध्यक्ष को पार्टी के ग्रुप से बाहर का रास्ता दिखाया गया. वरिष्ठ बीजेपी नेता दुर्जन साहू को भी निकाल दिया गया है.जिसके बाद अब बीजेपी के अंदर शीत युद्ध जारी है.