बालोद: मां शक्ति की उपासना का पर्व नवरात्रि शनिवार से शुरू हो चुका है. नवरात्र के पहले दिन जिले के शक्तिपीठों में पूजा अर्चना और ज्योत प्रज्ज्वलन की प्रक्रिया की गई. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए केवल मंदिर परिसर के लोगों के द्वारा ही यहां पर पूजा अर्चना की जा रही है. शनिवार को विशेष पूजा-अर्चना के साथ मनोकामना के 852 दीप मां गंगा मंदिर में प्रज्जवलित किए गए. जिसमें से 801 तैल ज्योति कलश और 51 घी ज्योति कलश जलाए गए हैं. वहीं मां गंगा मैया मंदिर के समीप मां शीतला मंदिर में 51 ज्योति कलश स्थापित किए गए हैं.
मां गंगा मंदिर में 852 दीप प्रज्जवलित कोरोना काल में सभी मंदिर परिसर में खास ध्यान रखा जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए सभी मंदिरों में ज्योत जलाया जा रहा है. वहीं इस बार जिला प्रशासन ने भक्तों के लिए मंदिर के द्वार को बंद रखा है. केवल मंदिर परिसर के लोग ही पूजा-अर्चना कर रहे हैं. आपको बता दें कि बालोद जिले में मां गंगा मैया, रानी माई सहित मासिया देवी जैसे बड़े-बड़े शक्तिपीठ हैं. यहां पूरे प्रदेश भर के लोग माता रानी के दर्शन करने पहुंचते हैं. लेकिन इस साल कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए मंदिर में आम भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित है.
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भूमि फोड़ हनुमान मंदिर में भी जले ज्योत
गुण्डरदेही के कमरौद गांव में स्थित दक्षिण मुखी भूमिफोड़ हनुमान मंदिर में नवरात्रि पर्व पर मनोकामना ज्योति कलश के लिए 122 ज्योति कलश का पंजीयन हुआ. जिसमें 91 तेल और 31 घी के ज्योत मौजूद हैं. मंदिर समिति और श्रद्धालुओं ने आपसी सहमति से फैसला लिया कि कोरोना काल में केवल ज्योत प्रज्जवलित की जाएगी.