बालोद:छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक के साथ ही किसानों के चेहरे खिल उठे हैं. किसान इस साल सही समय पर बारिश होने के कारण अच्छी फसल होने की आस लगाए बैठे हैं. वहीं बालोद की जीवनदायिनी तांदुला जलाशय में मानसून की पहली बारिश के साथ जलभराव में वृद्धि हुई है. तांदुला जलाशय में पहले 21 प्रतिशत तक जलभराव था, जो अब 28 प्रतिशत हो चुका है. इससे किसानों को सही समय पर पानी मिल सकेगा, इससे फसल अच्छी होगी.
जल संसाधन विभाग में खुशी की लहर विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस साल बारिश अच्छी होगी, जिससे तांदुला जलाशय में पूरी क्षमता से जलभराव होगा. तांदुला जलाशय से बालोद के साथ ही भिलाई, बेमेतरा, दुर्ग जैसे जिलों को भी पानी मिलता है. आसपास के किसान भी तांदुला जलाशय से पानी लेकर फसल उगाते हैं.
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इस साल तालाबों को जलाशय के पानी से भरा गया था
जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इस वर्ष जिले के सभी तालाबों को जलाशय के पानी से भरा गया है. बावजूद उसके यहां जलस्तर अभी ठीक है. जलाशय में पानी का तेजी से भराव हो रहा है, जो अच्छा संकेत है. आने वाली खरीफ फसल के लिए भी ये लाभदायक रहेगा. बीते वर्ष खरीफ फसलों के लिए पानी देने के बावजूद भी 18 प्रतिशत तक जल तांदुला जलाशय में शेष था.
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तांदुला जलाशय में 28 प्रतिशत जलभराव
बता दें कि तांदुला एक ऐसा बड़ा जलाशय है, जहां बालोद जिले के जंगल का पानी तेजी से उतरता है. इससे यहां पर तेजी से जलभराव होता है. जिस दिन दिनभर बारिश होती है, उस दिन जलाशय में पानी तेजी से भरता है. बारिश बंद होने के 2 से 3 दिनों के अंदर तेजी से पूरे जिलेभर का पानी जलाशय में आता है. बहरहाल समय पर बारिश होने और तांदुला जलाशय में 28 फीसदी पानी भरने से अब जल संसाधन विभाग में खुशी का माहौल है.