बलरामपुर : पूर्व जिला पंचायत सदस्य देवेंद्र तिवारी के साथ हिन्दू समाज के सैकड़ों युवा अपने खिलाफ मुस्लिम समाज की शिकायत के बाद पक्ष रखने थाने पहुंचे. इससे पहले सैकड़ों युवाओं के साथ रेस्ट हाउस में उन्होंने पूर्व मंत्री एवं राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम (Rajya Sabha MP Ramvichar Netam) से मुलाकात की. इस अवसर पर बीजेपी नेता रामलखन सिंह, भारत सिंह सिसोदिया, ओमप्रकाश जायसवाल जिलाध्यक्ष सहित वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे.
आखिर क्यों जाना पड़ा बीजेपी नेता को थाने ?
बलरामपुर में मुस्लिम समाज ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य के खिलाफ थाने में धार्मिक सौहार्द्र खराब करने की शिकायत थाने में दर्ज कराई थी. जिसके बाद पूर्व जिला पंचायत सदस्य कार्यकर्ताओं के साथ थाने (Former district panchayat members reached the police station with the workers) पहुंचे.
पूर्व मंत्री ने लगाए आरोप :पूर्व मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि ''राज्य सरकार पूरे प्रदेश में साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का कार्य कर रही है. सरकार के इशारे पर वर्ग विशेष के लोग भाजपा पदाधिकारियों पर अनर्गल शिकायत कर कार्यवाही की कोशिश की जा रही (Ramvichar Netam accuses Congress) है. हम सभी युवा नेतृत्व देवेन्द्र तिवारी के साथ हैं. यदि झूठी शिकायत दर्ज की जाएगी तो हम सभी कड़ा विरोध करेंगे.'' पूर्व मंत्री ने देवेंद्र तिवारी सहित कोरिया और सूरजपुर के युवा कार्यकर्ताओं से जिले का हालचाल जाना और उनके साथ खड़े रहने की बात कही.
क्या लगे हैं आरोप :देवेंद्रतिवारी ने बताया कि '' शिकायतकर्ता समूह ने उनके खिलाफ बेबुनियाद शिकायत की (BJP leader called the complaint baseless) है. जिसका कोई आधार नहीं है.'' उन्होंने शिकायत का खंडन किया और श्रीराम को अपने जीवन का आधार मानते हुए हिन्दू आस्था के विपरीत कोई भी वातावरण स्वीकार करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा ''हम शांति चाहते हैं किंतु इसके लिए सभी को धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना होगा''