बलरामपुर:भगवान सूर्यदेव की उपासना एवं लोक आस्था के महापर्व चैती छठ (Chaiti Chhath Festival in Balrampur) की तैयारियां बलरामपुर में शुरू हो गई है. आज नहाय-खाय से इस महापर्व की शुरुआत हो चुकी है. यह महापर्व साल में दो बार मनाया जाता है. जिसको लेकर पूरे क्षेत्र में भक्तिमय माहौल निर्मित हो गया है. झारखण्ड बिहार की सीमा सटे बलरामपुर में इस महापर्व के दौरान अच्छा-खासा उत्साह देखने को मिलता है.
छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में सूर्योपासना एवं प्रकृति के महापर्व छठ पूजा की तैयारी शुरू हो गई है. आज नहाय-खाय के दिन व्रती घी से बने हुए लौकी की सब्जी और चने के दाल का भोजन ग्रहण करे व्रत की शुरूआत करेंगी. कल 6 अप्रैल को खरना है. इस दिन व्रती गुड़ एवं चावल की खीर बनाकर खाएंगी. जिसके बाद 7 अप्रैल को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. वैसे तो छठ पूरे देश भर में मनाया जाता है. साल में दो बार मनाया जाने वाला छठ कार्तिक मास (अक्टूबर-नवंबर) में मनाया जाता है. साथ ही चैती छठ रामनवमी के दौरान अप्रैल महीने में मनाया जाता है. बांस से निर्मित सुपली और दौरी में फल-फूल एवं पूजा की सामग्री लेकर श्रद्धालु छठ घाट पर पहुंचते हैं.