बलरामपुर:रामानुजगंज के कृषि उपज मंडी परिसर में रखा पौने दो करोड़ रुपए का बारदाना देखरेख की कमी में खराब हो गया है. इसे लेकर क्षेत्रीय विधायक बृहस्पति सिंह और राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम आमने-सामने आ गए हैं. बृहस्पति सिंह ने राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. जबकि रामविचार नेताम ने बृहस्पति सिंह पर पलटवार करते हुए इसे सरकार और प्रशासन की लापरवाही का नतीजा बताया. उन्होंने कहा कि सरकार बारदाने को लेकर परेशान थी और यहां बारदाना सड़ रहा है.
खराब बारदाने पर रामविचार नेताम और बृहस्पति सिंह में जुबानी जंग बृहस्पति सिंह ने बताया कि हर साल लगभग 60% नया बारदाना और 40% पुराना बारदाना धान खरीदी के लिए किसानों को दिया जाता है. अगर बारदाना खराब हुआ है तो अब इसे नीलाम किया जाएगा. नीलमी के पैसे शासन के खाते में डाले जाएंगे. उन्होंने रामविचार नेताम को भ्रष्टाचार में लिप्त बताया. उन्होंने कहा कि नेताम ने 15 साल तक जनता को लूटा है. बांगन नदी का बालू बेचा है. उनके क्षेत्र में दोनों पुल बह चुके हैं. लगभग 10 पंचायत के लोग इससे प्रभावित हैं. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति खुद भ्रष्टाचार में लिप्त हो वो जनता के हित की बात क्या करेगा.
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अनाप-शनाप बयान दे रहे राज्यसभा सांसद
बृहस्पति सिंह ने कहा कि भाजपा नेता सौ से डेढ़ सौ एकड़ जमीन के मालिक हैं. उनकी पूरी जमीन में बड़े-बड़े वृक्ष लगे हुए हैं. धान की खेती भी नहीं करते हैं. बावजूद इसके वे धान का फर्जी पंजीयन करवाकर धान बेच रहें हैं. छत्तीसगढ़ शासन की मनसा के मुताबिक गिरदावरी का कार्य प्रारंभ किया गया. लेकिन भाजपा वालों को यह रास नहीं आ रहा है. इसका मुख्य कारण यह है कि धान की खेती किए बगैर ये लोग पंजीयन कराते हैं. फर्जी तरीके से धान बेचते हैं. उन्होंने कहा कि गिरदावरी शुरू होने से ऐसे लोगों को जोर का झटका लगा है. यही कारण है कि राज्यसभा सांसद अनाप-शनाप बयान दे रहें हैं.
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लापरवाह आधिकारियों पर होनी चाहिए कार्रवाई-राम विचार नेताम
इस मामले में रामविचार नेताम ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि इतनी बड़ी संख्या में बारदाना का खराब होना प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है. ऐसे अधिकारियों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए. बारदाने की कमी के कारण प्रदेश के किसान अपना धान बेचने को लेकर परेशान हैं. ऐसी स्थिति में 2 से 3 करोड़ के बारदाने का खराब होना बड़ी लापरवाही है.