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SPECIAL: कैसे बुझेगी 'चाची' की प्यास, राष्ट्रपति के दत्तक पुत्रों की हालत खराब - आश्वासन का झुनझुना

राजपुर के चाची गांव के लोग साफ पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं. पहाड़ी कोरवा कई वर्षों से गंदा पानी पीकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं, लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है.

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पानी की मार

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Published : May 13, 2020, 8:19 PM IST

Updated : May 14, 2020, 3:35 PM IST

बलरामपुर:राजपुर विकासखंड के चाची पंचायत में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पहाड़ी कोरवा आज भी साफ पानी के लिए तरस रहे हैं. इतना ही नहीं 2 साल पहले बिजली विभाग ने खंभे लगाए थे, लेकिन आज तक तार नहीं लगाया. ठेकेदार ने बिजली लगाने के नाम पर पहाड़ी कोरवा के लोगों से 10 हजार रुपये भी ठग लिया. बावजूद इसके चाची गांव में बिजली नहीं पहुंची. चाची गांव में कोरवा जनजाति के कुल 25 घर हैं, जहां 65 से 70 व्यक्ति निवास करते हैं.

पानी की बूंद बूंद को तरस रहे

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मुर्गी अंडापारा के लोग बताते हैं गांव में न हैंडपंप है और न ही तालाब है. जंगल के बीच पानी लेने जाते हैं. जहां से नाले में बहने वाला पानी या फिर खुद से बनाया गए गढ्ढे से पानी पीते हैं. बरसात के दिनों में भी नाले का गंदा पानी पीकर प्यास बुझाते हैं. इतना ही नहीं गांव में हाथियों का भी हमेशा डर बना रहता है, जिससे बच्चे भी स्कूल नहीं जा पाते.

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जनप्रतिनिधियों को सुनाई आपबीती

ग्रामीणों ने बताया कि ऐसा नहीं है कि सरकारी अफसरों के साथ जनप्रतिनिधियों को भी आपबीती सुनाई, लेकिन सरकारी नुमाइंदे आश्वासन का झुनझुना थमा देते हैं. मामले में राजपुर एसडीएम आरएस लाल से बातचीत की गई, तो फिर उन्होंने कहा जानकारी मिली है, जल्द हालात ठीक कराएंगे.

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झोपड़ी में रहकर कर रहे गुजारा

बहरहाल, आजादी के कई साल गुजरने के बाद भी झोपड़ी में रहकर गुजारा करने वालों पहाड़ी कोरवा बदहाल जिंदगी जीने को मजबूर हैं. इन्हें आस है कि कोई इनकी प्यास बुझाने के लिए साफ पानी का इंतजाम करे. गांव में बिजली पहुंचे, जिससे बच्चे पढ़ सकें, जर्जर पुल की भी मरम्मत हो ताकि जिंदगी पटरी पर आ सके.

Last Updated : May 14, 2020, 3:35 PM IST

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