बलरामपुर: वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र इलाके में एक बार फिर 38 हाथियों के दल ने उत्पात मचाया है. हाथियों के दल ने तमोर, पिंगला और बिहारन में 4 घरों को तोड़ा है. इसके साथ ही फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है. वन विभाग की टीम गांव में पहुंच गई है और प्रकरण तैयार कर लोगों को मुआवजा देने की तैयारी कर रही है. हाथियों का दल भोजन की तलाश में गांव की तरफ रुख किया था.
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वन विभाग के मुताबिक ग्रामीणों को सरपंच के घर के बगल में शिफ्ट किया गया है. उनके खाने-पीने की व्यवस्था भी की गई है. वन विभाग की टीम गजराज वाहन और अन्य साधनों से हाथियों को भगाने में जुटी हुई है. वन विभाग की टीम ग्रामीणों से हाथियों के करीब न जाने की लगातार अपील कर रही है.
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ग्रामीणों को मुआवजा देने की तैयारी जारी
वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र के अधिकारी ने बताया कि हाथियों का दल ककनेसा में जमकर उत्पात मचाया. इसके बाद वाड्रफनगर पहुंच गया. जहां से तमोर, पिंगला, बिहारन की तरफ मुड़ गया है. उन्होंने बताया कि हाथियों ने जो नुकसान किया है, उसका प्रकरण तैयार किया जा रहा है. प्रकरण तैयार करने के बाद जल्द ही ग्रामीणों को मुआवजा का वितरण कर दिया जाएगा.
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ग्रामीण ठंड भरी रात में रतजगा करने को मजबूर
वन परिक्षेत्र अधिकारी अशोक तिवारी ने बताया कि हाथी भोजन की तलाश में गांव की तरफ पहुंच रहे हैं. वनों में उनके खाने और पीने की बिल्कुल भी व्यवस्था नहीं है. इसलिए वह गांव की तरफ रुख कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह वनों की कटाई हो रही है, उससे अब लोगों को हाथियों के साथ रहने की आदत डालनी पड़ेगी. इलाके में हाथियों के आने से ग्रामीण काफी दहशत में हैं. ग्रामीण ठंड भरी रात में रतजगा करने को मजबूर हैं.