बलरामपुर:रामानुजगंज की जीवनदायिनी कन्हर नदी में सोमवार सुबह पानी भर गया. भीषण गर्मी की वजह से नदी मार्च के महीने से ही सूखने लगी थी. अब नदी में दोबारा पानी आने से रामानुजगंज की 25 हजार की आबादी ने राहत भरी सांस ली है. मानसून सक्रिय होने के बाद पिछले तीन चार दिनों से लगातार हो रही बारिश से नदी के दोनों किनारों पर पानी की धारा बह रही है. मार्च के महीने से ही कन्हर नदी पूरी तरह से सूख चुकी थी. तब नगर पंचायत ने अस्थाई तौर पर नदी के बीच डबरी का निर्माण कर किसी तरह पेयजल आपूर्ति की. भीषण गर्मी में मवेशियों के लिए भी पानी की गंभीर समस्या खड़ी हो गई थी.
Ramanujganj Lifeline Kanhar river: मानसून की बारिश से कन्हर नदी में भरा पानी
Ramanujganj Lifeline Kanhar river छत्तीसगढ़ में मानसून एंट्री से लोगों ने राहत की सांस ली है. महीनों से सूखी रामानुजगंज की लाइफलाइन कन्हर नदी में भी मानसून की बारिश के बाद पानी भर गया है. मार्च के महीने में ही भीषण गर्मी की वजह से कन्हर नदी सूख गई थी. शहर के लोगों को पानी की समस्या से जूझना पड़ रहा था. लेकिन अब नदी में पानी आने से लोगों ने राहत की सांस ली है.
कन्हर नदी पर निर्भर है तीन राज्यों की बड़ी आबादी: जशपुर जिले के खुड़ीया पठार से निकलने वाली कन्हर नदी पर, छत्तीसगढ़ सहित झारखंड और उत्तर प्रदेश की बड़ी आबादी निर्भर करती है. पेयजल से लेकर सिंचाई और निस्तारण के लिए लोग कन्हर नदी पर निर्भर हैं.
पीने के पानी की किल्लत होगी दूर: रामानुजगंज नगर पंचायत क्षेत्र की लगभग 25 हजार की आबादी के लिए, कन्हर नदी पेयजल आपूर्ति का एकमात्र स्रोत है. नदी के पानी को फिल्टर कर पाइपलाइन के जरिए घरों तक पानी की सप्लाई की जाती है. कन्हर नदी जशपुर जिले के खुडिया पठार से निकलती है. बारिश ने इस नदी के लिए संजीवनी का काम किया है.
पहले गंगा दशहरा तक आता था नदी में पानी: वरिष्ठ नागरिकों के मुताबिक पहले के समय में गंगा दशहरा तक कन्हर नदी में पानी आ जाता था. लेकिन बीते कुछ सालों में बहुत तेजी से पर्यावरण और प्रकृति का दोहन होने के बाद नदी पर बुरा प्रभाव पड़ा.