बलरामपुर:सूर्य उपासना का महापर्व छठ नहाय खाय के साथ ही शुरू हो गया है. छठ पूजा के तीसरे दिन यानी दो नवंबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा. इसके अगले दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही आस्था का महापर्व छठ का समापन हो जाता है. व्रतियों को अर्घ्य देने के लिए रामानुजगंज के कनहर नदी पर बने घाटों का जायजा लेने आज क्षेत्रीय विधायक और कलेक्टर पहुंचे थे. इस दौरान कलेक्ट ने घाटों पर तैनात सुरक्षाकर्मियों के साथ अन्य लोगों को कई दिशा निर्देश भी दिये.
कलेक्टर और विधायक ने लिया छठ पूजा की तैयारियों का जायजा, दिए ये खास निर्देश
सूर्य उपासना का महापर्व छठ नहाय खाय के साथ शुरू हो गया है. छठ पूजा के तीसरे दिन यानी दो नवंबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य दी जाएगी. इसे लेकर बलरामपुर में कलेक्टर और विधायक बृहस्पति सिंह ने रामानुजगंज के कनहर नदी पर बने घाटों का जायजा लिया.
दरअसल, रामानुजगंज झारखंड और छत्तीसगढ़ की सीमा पर बसा हुआ है. जिसके कारण यहां भारी संख्या में लोग छठ पर्व मनाते हैं और कनहर नदी पर अर्घ्य देने पहुंचते हैं. इसे लेकर कलेक्टर ने कनहर नदी के किनारे बने घाट पर सुरक्षा के साथ तमाम व्यवस्था ठीक से करने के निर्देश दिए हैं, जिससे छठ व्रतियों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो.
घाट सफाई से लेकर तमाम व्यवस्था की जिम्मेदारी जल संसाधन विभाग और नगर पंचायत को दी गई है. क्षेत्रीय विधायक, जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत CEO, नगर पंचायत अध्यक्ष के साथ जिले के तमाम बड़े अधिकारियों ने छठ घाट का मुआयना किया है.