छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

बलरामपुर जिला अस्पताल में डीएमएफ का दुरुपयोग,घर बैठे डॉक्टर को दी जा रही सैलरी

Mismanagement In Balrampur District Hospital बलरामपुर जिला अस्पताल में मरीजों के साथ खिलवाड़ हो रहा है. अस्पताल की लीला ऐसी है कि कोई डॉक्टर दो मदों से पैसा ले रहा है.तो किसी को बिना अस्पताल आए ही महीनों से लाखों में सैलरी दी जा रही है.जबकि अस्पताल में कई डॉक्टरों के पद खाली हैं.

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 9, 2024, 7:23 PM IST

Mismanagement In Balrampur District Hospital
बलरामपुर जिला अस्पताल में डीएमएफ का दुरुपयोग

बलरामपुर जिला अस्पताल में डीएमएफ का दुरुपयोग

बलरामपुर :जिला अस्पताल में खनिज न्यास मद के दुरूपयोग का मामला सामने आया है. जिला अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की संविदा नियुक्ति की गई है.जिला अस्पताल में एनेस्थीसिया विशेषज्ञ के तौर पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत तैनात डॉ कृष्णा चैतन्य को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत पदस्थापना के बाद NHM से सैलरी मिल रही है. साथ ही खनिज न्यास मद से भी अलग से सैलरी का भुगतान किया जा रहा है.

बिन डॉक्टर बंट रही है लाखों की सैलरी :आरोप ये भी है कि जिला अस्पताल में खनिज न्यास मद से नियुक्त किए गए पैथोलॉजिस्ट डॉ सौरभ गोयल कभी जिला अस्पताल नहीं आते. गोयल अंबिकापुर में अपना निजी ब्लड बैंक और पैथोलैब संचालित कर रहे हैं.बावजूद इसके सौरभ गोयल को हर माह लाखों रुपए सैलरी दी जा रही है.जो कहीं ना कहीं अस्पताल के सिस्टम को बयां करने के लिए काफी है.


डीएमएफ से भी सैलरी का भुगतान :आपको बता दें कि बलरामपुर जिला अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की जरूरत को देखते हुए डॉक्टरों की नियुक्ति की गई थी. बाद में खनिज न्यास मद से भी उन्हें सैलरी दी जाने लगी. जबकि आज भी कई विभागों में विशेषज्ञ चिकित्सकों का अभाव है. वहीं एनेस्थीसिया और पैथोलॉजिस्ट को खनिज न्यास मद से सैलरी का भुगतान किया जा रहा है.

''डबल सैलरी नहीं मिल रहा है.जो जिला प्रशासन की ओर से मद रखा गया है उससे राशि दी जा रही है.वहीं सैलरी अलग से मिल रही है.'' डॉ रामेश्वर शर्मा, सिविल सर्जन


विशेषज्ञ डॉक्टर को डबल सैलरी :जिला अस्पताल में एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ रूपक कुमार रेगुलर डॉक्टर के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं. जबकि पैथोलॉजिस्ट विभाग में डॉ मोनिरा हसन को बॉन्ड पर नियुक्ति मिली है. एनेस्थीसिया और पैथोलॉजिस्ट विशेषज्ञ चिकित्सकों के रहते हुए इन दोनों विभागों में खनिज न्यास मद से विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति किया गया है.

''जिला अस्पताल के पैथोलॉजिस्ट डॉ सौरभ गोयल कभी अस्पताल आते हैं या नहीं ये सिविल सर्जन अच्छे से बता पाएंगे. एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ कृष्णा चैतन्य को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और खनिज न्यास दो मदों से सैलरी मिल रही है.'' डॉ प्रेमचंद बनर्जी, CMHO

बलरामपुर जिला अस्पताल का मैनेजमेंट कैसा है आपको अब तक ये पता चल गया होगा. वरिष्ठ अधिकारियों को भी पता है कि कोई डॉक्टर महीनों से अस्पताल नहीं आ रहा और उसे सैलरी दी जा रही है.ऐसे में यदि लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई नहीं हुई तो सरकारी अस्पतालों में कौन भरोसा करेगा.

लोकसभा की सभी 11 सीटों पर कमल खिलाकर मोदी को फिर पीएम बनाना है:सीएम
हसदेव को लोकसभा चुनाव में कांग्रेस बनाएगी बड़ा मुद्दा! जानिए पॉलिटिकल एक्सपर्ट की राय

ABOUT THE AUTHOR

...view details