बलरामपुर:जिले की ग्राम पंचायत उलिया में वन विभाग के कर्मचारी और कांग्रेसी नेताओं के बीच जमकर बहस हुई. वन विभाग की टीम लगातार हो रही वनों की कटाई की शिकायत पर जांच करने पहुंची थी, जहां कांग्रेसियों का गुस्सा वन विभाग की टीम पर फूट पड़ा.
वन विभाग के रेंजर और कांग्रेसी नेताओं के बीच हुई जमकर बहस रेंजर और कांग्रेस नेता के बीच हुई बहस
दरअसल जंगल में पेड़ों की कटाई की शिकायत पर वन विभाग की टीम बिना सर्च वारंट दिखाए सदानंद यादव के घर घुस गई और जांच करने लगी. जिस परा कांग्रेसी भी वहां पहुंच गए और बिना सर्च वारंट के घर में घुसने पर हल्ला करने लगे. जिसके बाद वन अमले और कांग्रेसियों के बीच जमकर बहस हुई. कांग्रेस नेता सही कार्रवाई और जांच की मांग पर अड़ गए. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि वन विभाग की टीम किसी के भी घर जांच के नाम पर जबरन नहीं घुस सकती है उन्होंने कार्रवाई को पूरी तरह गलत बताया.
पढ़ें:SPECIAL: सब्जियों के राजा 'आलू' की फसल खराब, आम लोगों के साथ अन्नदाता भी परेशान
इधर वन विभाग की टीम ने नियमों का हवाला देते हुए पूरी कार्रवाई करना बताया. इस बीच हालात ये हो गए कि डिप्टी रेंजर ने कांग्रेसी नेताओं को खुला चैलेंज दे दिया. मौके पर वन विभाग के रेंजर और SDO सहित कई आला अधिकारी मौजूद रहे. ETV भारत की टीम ने जब पूरे मामले में SDO से बात की तो उन्होंने कहा कि विभाग जब जांच में निकलती है, तो इस तरह की बातें सामने आती है, उन्होंने नियम के तहत कार्रवाई होना बताया.
वन कटाई की शिकायत पर पहुंची थी टीम बता दें कि वन विभाग की टीम के मुताबिक सदानंद यादव वनों की कटाई की शिकायत करता था, टीम ने पहले जंगल में जाकर कटे हुए पेड़ों को देखा और उसके बाद उसके घर पर जांच के लिए पहुंची. वहीं पीड़ित सदानंद यादव का कहना है कि बाड़ी उसकी नहीं है यादव ने बाड़ी में रखे कटे हुए पेड़ों के बारे में किसी भी तरह की जानकारी होने से मना कर दिया.