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Balrampur: रामचंद्रपुर में सूख गए हैंडपंप, प्यास बुझाने 2 किलोमीटर दूर से बाल्टी में पानी लेकर आती हैं छात्राएं - गंदा और मटमैला

बलरामपुर के रामचंद्रपुर में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ने लगी है. अंडरग्राउंड वाटर लेवल भी बहुत नीचे चला गया. इसकी वजह से दर्जनों गांवों के सामने पीने के पानी का संकट खड़ा हो गया है. गांव में हैंडपंप तो हैं, लेकिन उनमें से इक्का- दुक्का से ही पानी निकलता है. वहीं दूसरे हैंडपंपों में या तो पानी नहीं निकलता और अगर निकलता भी है तो गंदा और मटमैला. कुछ हैंडपंप पीएचई विभाग की लापरवाही की भी भेंट चढ़ गए.Hand pumps dried up

Hand pumps dried up
रामचंद्रपुर में सूख गए हैंडपंप

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Published : Apr 17, 2023, 4:24 PM IST

बलरामपुर: जिले के रामचन्द्रपुर ग्राम पंचायत के वार्ड नंबर 9 और 10 में लगभग एक महीने पीने के पानी की समस्या है. गांव के अधिकांश हैंडपंप खराब है, जिसकी शिकायत ग्रामीणों के साथ ही सरपंच ने भी दर्जनों बार की. बावजूद इकसे अधिकारियों की उदासीनता के कारण लगभग 1200 से अधिक लोगों को गर्मी में पेयजल के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं. इस भीषण गर्मी में मवेशियों को गांव से लगभग सात किलोमीटर दूर कन्हर नदी में ले जा कर पानी पिलाना पड़ रहा है.


हैंडपंप खराब, पानी के लिए परेशानी:स्थानीय लोगों ने बताया कि रामचंद्रपुर के वार्ड क्रमांक 9 के हैंडपंप की पाइप लगभग दो माह पहले भी फट गई थी. इसकी सूचना ग्रामीणों ने विभाग को भी दी, लेकिन अभी तक उसकी पाइप नहीं बदली गई. पूरे गांव में दो ही हैंडपंप से पीने लायक पानी आता है, जहां पूरे दिन गांव के लोगों का पानी भरने के लिए जमावड़ा लगा रहता है. गांव की महिलाओं ने बताया कि पीने का पानी लेने लगभग दो किलोमीटर पैदल चल कर आना पड़ता है.

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स्कूली बच्चे बाल्टी में भरकर ला रहे हैं पानी:रामचन्द्रपुर के कन्या शाला परिसर में तीन हैंडपंप है. इनमें से दो हैंडपंप कई वर्षों से सूखे पड़े हैं. वहीं एक हैंडपंप महीनो से खराब होकर बेकार पड़ा हुआ है. स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को गर्मी के मौसम में प्यास बुझाने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है. मजबूरी में इन दिनों स्कूल के बच्चे तकरीबन 2 किलोमीटर दूर से पानी लाते दिखाई दे रहे हैं.

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