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SPECIAL: स्व सहायता समूह के जरिए लोग बेच रहे वनोपज, वनधन योजना को मिल रहा बढ़ावा

कोरोना के इस संकट काल में जिले की महिलाएं वनोपज को बढा़वा दे रही हैं. महिलाओं के साथ ही आसपास के लोग भी अपने वनोपज बेचने वन धन केंद्र पहुंच रहे हैं. क्षेत्र में वन धन केंद्र खुलने से ग्रामीणों को वनोपज बेचने में आसानी हो रही है.

Van dhan center in Balrampur
वन धन योजना का फायदा

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Published : May 18, 2020, 3:16 AM IST

बलरामपुर: रामानुजगंज के तामेश्वर नगर में स्व सहायता समूह की महिलाएं इन दिनों जंगलों से वनोपज इकट्ठा कर रही हैं. लॉकडाउन के बीच महिलाएं इन वनोपज को बेचकर थोड़ी बहुत आय जुटा रही हैं. शासन की वन धन योजना के तहत महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से लोग वनोपज बेच रहे हैं. इसमें न सिर्फ महिलाएं बल्कि पुरुष भी अपने वनोपज बेचने के लिए वन धन केंद्र पहुंच रहे हैं.

वनधन केंद्र का मिल रहा फायदा

वन धन केंद्र में महुआ, धवई, फूल, बहरा, नागर मोथा के अलावा दूसरे वनोपज भी खरीदे जा रहे हैं. घर बैठे ही लोग रोजगार से जुड़ रहे हैं, और साथ ही उन्हें थोड़ी बहुत आवक भी हो रही है. गांव वालों ने बताया कि पहले उन्हें वनोपज बेचने के लिए गांव से 15 से 20 किलोमीटर दूर रामानुजगंज शहर में जाना पड़ता था. जहां वनोपज की कीमत बहुत ही कम मिलती थी. आने जाने में किराया भी लगता था, दिन भर का पूरा समय शहर में ही बीत जाता था. लेकिन अब गांवों में ही वन धन केंद्र खुलने से लोगों को आसानी हो रही है. दिन भर का समय बच भी जाता है.

वनोपज ले जाता ग्रामीण

वन विभाग ने दी योजना की जानकरी

सूर्या स्व सहायाता समूह की महिलाओं ने बताया कि इस योजना के बारे में पहले उन्हें मालूम नहीं था. रामानुजगंज के वन विभाग के रेंजर अनिल कुमार सिंह ने उन्हें इसकी जानकारी दी और उन्होंने कहा कि योजना पर काम आप कीजिए और जो भी सहयोग हम से बनेगा वह हम करेंगे.

कोरोना से बचाव

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सफाई-सफाई का रखा जा रहा ध्यान

वन धन केंद्र में कोरोना वायरस से बचाब को लेकर भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है. केंद्र में वनोपज बेचने आए ग्रामीणों ने बताया कि जब वे केंद्र आते हैं तो पहले उनका हाथ धुलाया जाता है. इसके बाद उन्हें अंदर आने मिलता है. अंदर आने के बाद वनोपज को देखकर उसकी सफाई और तौलाई करने के बाद ग्रामीणों को पैसे मिलते हैं. ग्रामीणों ने बताया कि वनोपज की मात्रा की कार्ड में एंट्री कर उनका जितना पैसा बनता है उन्हें तुरंत दे दिया जाता हैं. इसके अलावा वनोपज बेचने के बाद जो बोनस मिलता है उसे भी शासन संग्राहकों के खाते में जमा करवा देता है. संग्राहकों को यहां अपने वनोपज का सही दाम मिलता है. जिससे संग्राहक अपना वनोपज बेचकर खुशी महसूस कर रहे हैं.

वनोपज बेचने पहुंची महिलाएं

4 सौ 68 ग्राम पंचायत के समूह शामिल

कलेक्टर संजीव कुमार झा ने बताया कि बलरामपुर जिले में वन धन योजना के तहत 468 ग्राम पंचायतों में 192 महिला समूहों के माध्यम से यह कार्य किया जा रहा है. इसके साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी लोगों को करवाया जा रहा है.

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