बलरामपुर:जिले के धान खरीदी केंद्रों में किसान बारदानों की किल्लत से काफी परेशान हैं. समितियों में बारदाना तो है, लेकिन फटा हुआ है. जिससे किसानों को धान बेचने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. राजपुर, जमड़ी और अन्य धान खरीदी केंद्रों में किसान मजबूरी में उस फटे हुए बारदाने को अलग से मजदूर लगाकर उसकी सिलाई करवा रहे हैं. उसके बाद उस बारदाने में धान बेच रहे हैं.
बलरामपुर: बारदाने की कमी से किसान परेशान
बलरामपुर के धान खरीदी केंद्रों में किसान बारदाने की कमी से जूझ रहे हैं. किसानों को मजबूरन खुद ही मजदूर लगाकर बोरों को सिलवाना पड़ रहा है.
धान खरीदी केंद्रों में इन दिनों सुबह से एक ऐसी तस्वीर देखने को मिलते हैं. जिसमें मजदूरों का एक जत्था बोरों में धान भरने की बजाय फटे हुए बार दानों के सिलाई करने में लगा हुआ है. किसान अलग से मजदूर लेकर आते हैं और उसकी सिलाई करवाते हैं और फिर अपने धान को बेच रहे हैं. ऐसे में किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. किसानों ने बताया इसमें न सिर्फ उन्हें अलग से मजदूरी देने पड़ रही है बल्कि उनका समय भी काफी लग रहा है.
कई जिलों में बारदाने की कमी
- जांजगीर-चांपा जिले के कई धान खरीदी केंद्रों में बारदानों की कमी और धान का उठाव नहीं होने की वजह से धान खरीदी बंद हो गई है.
- बेमेतरा में किसान नेता ने बारदाने की समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम ज्ञापन सौंपा है. ज्ञापन के जरिए उन्होंने जल्द समस्या सुलझाने की बात कही है.
- राजनांदगांव में धान खरीदी केंद्रों में धान का उठाव नहीं होने से पहले ही व्यवस्था चरमराई हुई है. अब बारदाने की कमी ने समितियों की मुसीबत बढ़ा दी. स्थिति ये है कि क्षेत्र की ज्यादातर समितियों ने अब धान खरीदी बंद करने का फैसला लिया है.