बलरामपुर: छत्तीसगढ़ सरकार खिलाड़ियों को सुविधा देने का लाख दावा करती है, लेकिन रामानुजगंज स्टेडियम में इसकी तस्वीर बिल्कुल उलट है. स्टेडियम का निर्माण शुरू हुए काफी समय हो गया है, लेकिन स्टेडियम के निर्माण का काम अब तर पूरा नहीं हो पाया है. जिम्मेदार स्टेडियम को सुव्यवस्थित करने और निर्माण के नाम पर बस चूना लगाने में लगे हैं. इस वजह से जहां खिलाड़ी मायूस हैं, वहीं ग्राउंड से दूरी बनाने को भी मजबूर हो गए हैं. इसे लेकर एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष अभिषेक सिंह ने एसडीएम को ज्ञापन सौंप स्टेडियम निर्माण में बरती गई अनियमितता की जांच करने और ज्लद से जल्द निर्माण कार्य पूरा कराने की मांग की है.
20 हजार की आबादी वाले क्षेत्र में एक ही खेल मैदान है और वो भी व्यवस्थित नहीं है. वर्तमान में स्टेडियम में उपयोग के लिए कुछ नहीं बचा है. दो दसको से स्टेडियम को सुव्यवस्थित बनाने का काम किया जा रहा है जो आज तक पूरा नहीं हो पाया है. इस दौरान 4 नगर पंचायत अध्यक्ष आए और गए, लेकिन लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी मैदान का काम पूरा नहीं हो पाया. तत्कालीन नगर पंचायत अध्यक्ष ने स्टेडियम निर्माण के लिए 99 लाख रुपये की स्वीकृत दी थी, लेकिन 2 साल बीत जाने के बाद भी स्टेडियम की निर्माण पूरा नहीं हो पाया है.
पढ़ें: कोरोना संकट: रायपुर के इंडोर स्टेडियम को बनाया जा रहा क्वॉरेंटाइन सेंटर
स्टेडियम निर्माण में भ्रष्टाचार
खिलाड़ियों ने बताया कि पहले हर साल इस स्टेडियम में क्रिकेट टूर्नामेंट, फुटबॉल टूर्नामेंट और अन्य खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती थी, लेकिन अब कुछ भी नहीं हो पा रहा है. खिलाड़ियों की मांग है कि स्टेडियम का काम जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि यहां पहले की तरह क्रिकेट, फुटबॉल टूर्नामेंट हो सके. कांग्रेस जिला महामंत्री और पूर्व नगर पंचायत उपाध्यक्ष अरुण अग्रवाल ने कहा कि हाई स्कूल मैदान के लिए मिनी स्टेडियम के नाम से राशि स्वीकृत हुई है, लेकिन यह राशि भ्रष्टाचारी निगल गए हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए और काम में तेजी लानी चाहिए.
स्टेडियम में फिल्ड लाइट की कमी