बलरामपुर:छत्तीसगढ़ में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आयी (Big negligence of health department) है. दरअसल, बलरामपुर के कालिकापुर गांव में गर्भपात के कुछ देर बाद ही महिला की मौत हो (Woman dies after abortion) गयी. मृत महिला का झारखंड के गोदरमाना में संचालित नारायण निजी क्लिनिक में बीते दिन गर्भपात हुआ था. लेकिन गर्भपात के थोड़ी देर बाद ही महिला की मौत हो गई.
जिसके बाद क्लिनिक की संचालक अमिता उपाध्याय और सभी स्टाफ क्लिनिक बंद करके मौके से फरार हो गए. मृतिका के परिजनों की रिपोर्ट पर रामचंद्रपुर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. शुक्रवार दोपहर में रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मृत महिला का पोस्टमार्टम कराया गया.
निजी क्लिनिक में किया गया था महिला का गर्भपात: गर्भवती महिला अपने पति के साथ रामानुजगंज से सटे हुए झारखंड के ग्राम गोदरमाना में अवैध रूप से संचालित प्राइवेट क्लिनिक में गर्भपात कराने के लिए गई थी. जहां गर्भपात के थोड़ी देर के बाद उसकी मौत हो गई. महिला के मौत के बाद जब उनके परिजन निजी क्लिनिक पहुंचे. तब तक वहां के चिकित्सक और स्टाफ क्लिनिक बंद करके मौके से फरार हो चुके थे. बताया जा रहा है कि नारायण क्लिनिक की संचालिका अमिता उपाध्याय के द्वारा सभी गाइडलाइन और नियमों को दरकिनार करते हुए यहां रुपयों के लालच में धड़ल्ले से गर्भपात कराया जा रहा था.
पेट में दर्द की जांच के लिए गए थे निजी क्लिनिक:इस विषय में मृतिका के पति मुमताज ने बताया कि उनकी पत्नी दो से ढ़ाई महीने की गर्भवती थी. कुछ दिनों पहले से महिला के पेट में दर्द शुरू हो गया था. जिसके बाद चिकित्सक दर्द के कारण की जांच और इलाज कराने के लिए झारखंड के गोदरमाना में नारायणा क्लिनिक में पहुंचे. वहां पहले सोनोग्राफी किया गया. लेकिन सोनोग्राफी टेस्ट की रिपोर्ट महिला और उनके पति को नहीं दिखाई गई.