Balrampur News: सड़कों पर टमाटर फेंकने को मजबूर हैं किसान, लागत मूल्य भी नहीं मिलने पर हो रहा नुकसान, जानिए क्या है वजह? - सब्जी मंडी में किसान
Balrampur News रामानुजगंज की मंडियों में टमाटर की लागत की कीमत नहीं मिलने से किसान परेशान हैं. मजबूर होकर किसान टमाटर की फसल को सड़कों पर फेंकने के लिए मजबूर हैं. Ramanujganj farmers are facing losses
बलरामपुर: रामानुजगंज के किसान मंडी में टमाटर को सड़कों पर फेंकने के लिए मजबूर हैं. किसानों का कहना है कि उनका लागत मूल्य भी नहीं निकल पा रहा है और उन्हें नुकसान हो रहा है. ऐसे में टमाटर उत्पादन कर बेचने का क्या फायदा है. किसान निराश होकर मजबूरी में अपने टमाटर सड़कों पर फेंकना पड़ रहा है.
सड़कों पर टमाटर फेंकने को मजबूर किसान: रामानुजगंज सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में किसान प्रतिदिन रामानुजगंज सब्जी मंडी में सब्जियां लेकर बेचने के लिए आते हैं. यहां के किसान मेहनत कर टमाटर का उत्पादन का उत्पादन कर रहे हैं लेकिन मंडी में उचित दाम नहीं मिलने से निराश होकर सड़कों पर ही टमाटर फेंकने को मजबूर हैं.
4-5 रूपए किलो टमाटर बेच रहे किसान:सब्जी मंडी में किसान अपने खेतों की टमाटर लेकर बिक्री करने पहुंच रहे हैं. लेकिन यहां सिर्फ 4-5 रूपए किलो दाम पर किसानों को टमाटर बेचना पड़ रहा है. जिससे किसानों का लागत मूल्य भी नहीं निकल पा रहा है और उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है. सब्जी मंडी में बिचौलिए भी सक्रिय हैं, जो गांव के किसानों से सस्ते दामों पर सब्जियां खरीदते हैं. बाद में महंगे दामों पर बेचकर मुनाफाखोरी कर रहे हैं.
200-300 रूपए तक पहुंचा था टमाटर का दाम:जुलाई-अगस्त के महीने में टमाटर का उत्पादन नहीं होने के कारण बाहर से महंगें दामों में मंगाया जा रहा था. टमाटर की कीमतें आसमान छू रही थी. टमाटर 200 से लेकर 300 रूपए तक के दामों पर बेचा जा रहा था. लेकिन फिलहाल क्षेत्र में उत्पादन बढ़ने के कारण दामों में कमी आ गई है.