बलरामपुर: शक्ति की उपासना के तौर पर नौ दिनों तक मनाए जाने वाले शारदीय नवरात्र और दुर्गा पूजा की तैयारियां आखिरी चरण में हैं. 15 अक्टूबर से नवरात्र शुरू हो रहा है. बलरामपुर में मूर्तिकार मां दुर्गा, लक्ष्मी, सरस्वती, भगवान गणेश और कार्तिकेय की मूर्तियों को अंतिम स्वरूप देने में जुटे हुए हैं. मार्केट में जिस तरह की मूर्तियों की डिमांड है उसके अनुसार मूर्तियां तैयार की जा रही है. जिले के राजपुर, पस्ता सहित दूसरे जगहों से भी मूर्तियों के ऑर्डर मिले हैं.
बंगाली मूर्तिकार पीढ़ियों से कर रहे मूर्तियों का व्यवसाय:बलरामपुर जिले के ग्राम पंचायत धनगांव में रहने वाले मूर्तिकार सुशांत मंडल मूर्तियां बनाकर बेचते हैं. मूर्तियों से जो भी आमदनी होती है उसी से अपने पूरे परिवार का भरण-पोषण करते हैं. सुशांत के दादा अतुल मंडल इस पूरे क्षेत्र के प्रसिद्ध मूर्तिकार रह चुके हैं. उनकी ख्याति बलरामपुर जिला सहित सरगुजा संभाग में थी. सुशांत के पिता पंकज मंडल भी मूर्तियों के व्यवसाय से जुड़े हुए थे. पिता और दादा के बाद सुशांत और उनके भाई सुकुमार अब अपने पैतृक व्यवसाय को कर रहे हैं.
मूर्तियों का काम तीन पीढ़ियों से चलते आ रहा है. हमारा पूरा परिवार मिलकर इस काम को करते हैं. इस साल हमने 9 सेट मां दुर्गा की मूर्तियां बनाई है. मूर्तियों का रेट 18 हजार रुपये से 31 हजार रुपये तक रखा है.- मूर्तिकार मंडल परिवार