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बलरामपुर जिले में कांग्रेस की हार के हीरो कौन, जानिए किस फैक्टर से जीती बीजेपी ?

Balrampur Chhattisgarh vidhan sabha chunav result छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में सरगुजा संभाग से कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो चुका है.जिसमें कई दिग्गजों को हार का मुंह देखना पड़ा है. संभाग में बलरामपुर जिले की दो सीटें भी बीजेपी की झोली में गई है.आईए आपको बताते हैं वो बड़े फैक्टर जिसके कारण जिले में बीजेपी की वापसी हुई. Hero of Congress defeat in Balrampur

CG Assembly Election result 2023
बलरामपुर जिले में कांग्रेस की हार के हीरो कौन

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Dec 4, 2023, 6:22 PM IST

बलरामपुर : छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनने जा रही है. बलरामपुर जिले में विधानसभा की दोनों सीटें रामानुजगंज और सामरी में बीजेपी ने बाजी मारी है.
बलरामपुर जिले की हाईप्रोफाइल रामानुजगंज और सामरी विधानसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है. यहां आदिवासी समुदाय के वोटर्स ही चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. रामानुजगंज और सामरी विधानसभा सीट पर कांग्रेस की करारी हार और बीजेपी की बड़ी जीत के प्रमुख कारण क्या रहे आईए आपको बताते हैं.


रामानुजगंज में रामविचार नेताम ने अजय तिर्की को दी मात :छत्तीसगढ़ की हाईप्रोफाइल रामानुजगंज विधानसभा सीट से बीजेपी के रामविचार नेताम जीते. रामविचार नेताम ने कांग्रेस प्रत्याशी डॉ अजय तिर्की को 29 हजार 740 वोटों से बड़ी शिकस्त दी. बीजेपी प्रत्याशी नेताम को डाक मत सहित कुल 99 हजार 574 वोट मिले. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी डॉ तिर्की को 69 हजार 911 मत मिले.

क्या रहे हार के मुख्य कारण ? :रामानुजगंज विधानसभा में कांग्रेस की बड़ी हार का प्रमुख कारण पार्टी की आंतरिक गुटबाजी बनीं. इस सीट पर सीटिंग एमएलए बृहस्पति सिंह का टिकट काटा गया था. उनकी जगह पर टीएस सिंहदेव के करीबी अजय तिर्की को टिकट मिला.इसकी सबसे बड़ी वजह टीएस सिंहदेव और बृहस्पति सिंह के बीच हुआ विवाद था. जिसके कारण सिंहदेव के समर्थक बृहस्पति सिंह का विरोध कर रहे थे.लिहाजा आलाकमान ने टीएस सिंहदेव को नाराज ना करते हुए अजय तिर्की को टिकट दिया.वहीं मौजूदा विधायक बृहस्पति सिंह ने अजय तिर्की का सपोर्ट नहीं किया.


तीन माह पहले बीजेपी प्रत्याशी हुआ घोषित :रामानुजगंज विधानसभा सीट पर बीजेपी ने तीन महीने पहले ही रामविचार नेताम को टिकट देकर उम्मीदवार बनाया. जिससे नेताम को क्षेत्र में जनता से मिलने और जनसंपर्क में काफी समय मिला. लेकिन कांग्रेस ने अजय तिर्की को आचार संहिता लागू होने के बाद टिकट दिया.जिसके कारण उनका जनसंपर्क इतना व्यापक नहीं हो पाया.चुनाव तैयारी और बूथ मैनेजमेंट में ही प्रत्याशी फंसा रह गया.एक माह से भी कम वक्त में नए प्रत्याशी के लिए ये सीट जीतना पहाड़ चढ़ने जैसा रहा.

सामरी में उद्देश्वरी पैकरा का चला जादू :सामरी विधानसभा सीट पर बीजेपी की नई प्रत्याशी उद्धेश्वरी पैकरा ने कांग्रेस के विजय पैकरा को पराजित किया.उद्धेश्वरी ने विजय को 13643 वोटों से हराया. उद्धेश्वरी पैकरा को डाक मत सहित कुल 83483 वोट मिले. जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार विजय पैकरा को 69540 वोट मिले.

सीटिंग एमएलए का टिकट काटने से नाराजगी :आदिवासी बाहुल्य सामरी विधानसभा सीट पर बीजेपी की उम्मीदवार उद्धेश्वरी पैकरा ने जीत दर्ज करते हुए कांग्रेस के विजय पैकरा को पटखनी दी. सामरी सीट पर पिछले 10 साल से कांग्रेस का कब्जा था. चिंतामणि महाराज विधायक थे. कांग्रेस के तरफ से चिंतामणि का टिकट काटने के बाद बीजेपी ने चिंतामणि को अपने पाले में शामिल कर लिया. सामरी विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी के अंदर आंतरिक गुटबाजी भी हार की बड़ी वजह बनीं. चिंतामणि के बीजेपी में शामिल होने के बाद उनके कई समर्थक जो कांग्रेस में बने हुए थे उन्होंने अंदरखाने कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया.


जिले में 83 फीसदी से ज्यादा मतदान :बलरामपुर जिले की रामानुजगंज विधानसभा सीट पर कुल 182475 मतदाताओं ने वोट दिया.जबकि सामरी विधानसभा सीट में 183425 मतदाताओं ने अपना मताधिकार का प्रयोग किया था. बलरामपुर जिले की दोनों विधानसभा सीटों पर 83% से ज्यादा मतदान हुआ था.

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