Army Jawan Murder Case :अवैध संबंध में रिटायर्ड फौजी बना था रास्ते का कांटा, पूर्व प्रेमी ने सुपारी देकर कराई थी हत्या, तीन आरोपी गिरफ्तार
Army Jawan Murder Case बलरामपुर के बसंतपुर थाना क्षेत्र में फौजी की हत्या मामले में पुलिस ने खुलासा किया है.इस केस में पुलिस ने नाबालिग समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.पुलिस के मुताबिक अवैध संबंध के कारण इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया. Murder of retired soldier
बलरामपुर : जिले के बसंतपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार की सुबह मॉर्निंग वॉक पर निकले रिटायर्ड आर्मी जवान की सड़क पर खून से लथपथ लाश मिली थी. शव मिलने के बाद पुलिस ने हर पहलू से घटना की जांच करनी शुरु की.जिसमें 24 घंटे के अंदर ही पुलिस को कामयाबी मिल गई.पुलिस के मुताबिक आर्मी जवान की हत्या सुपारी देकर करवाई गई थी.इस केस के मुख्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
कैसे हुई थी मौत ? : मृतक देव कुमार दो साल पहले आर्मी से रिटायर होने के बाद अपने गांव करमडीहा में खेती किसानी का काम करने लगा था.शुक्रवार की सुबह धारदार हथियार से देव कुमार पर पीछे से वार किया गया. जिससे सिर पर गंभीर चोट लगने से मौके पर ही देव कुमार की मौत हो गई. इस मामले में सुपारी देकर सुनियोजित तरीके से हत्या कराए जाने का खुलासा हुआ है.
क्यों की गई थी हत्या ? :पुलिस के मुताबिक करमडीहा की रहने वाली महिला का पूर्व में आरोपी सुनील कुशवाहा के साथ संबंध था. लेकिन बाद में मृतक देव कुमार के साथ भी उस महिला का अवैध संबंध बन गया. सुनील कुशवाहा ने अपने और महिला के बीच रास्ते का कांटा साफ करने की ठानी.इसके लिए सुनील ने 50 हजार रुपए में रिटायर्ड फौजी देव कुमार की सुपारी देकर हत्या करवाई थी.इस हत्याकांड में कुल्हाड़ी, लोहे की रॉड बाइक के सॉकप का इस्तेमाल किया गया था.अचानक हुए हमले में देव कुमार को मौका ना मिल सका और उसकी मौत हो गई.
''पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी धारदार हथियार के निशान सिर पर होने की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्या के वारदात को सुलझाया है. संदेह के आधार पर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. करमडिहा निवासी सुनील कुशवाहा, मुरकौल निवासी राहुल यादव सहित वारदात को अंजाम देने में शामिल एक नाबालिग भी गिरफ्तार किया गया है.'' लाल उमेद सिंह, एसपी
24 घंटे के अंदर सुलझा मामला :इस सनसनीखेज हत्या की वारदात को सुलझाने के लिए बलरामपुर सायबर टीम और पुलिस टीम ने कड़ी मेहनत की. सायबर टीम के निर्देश पर संदिग्धों से पूछताछ की गई. जिसके बाद पुलिस ने मामले को 24 घंटे के अंदर सुलझा लिया . वारदात में शामिल तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या की धारा लगाकर सभी को जेल भेजा गया है.