सरगुज़ा:मीडिया में बयानबाजी, सुर्खियां और विवाद से गहरा नाता रखने वाले रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह ने बड़े आरोप लगा दिये हैं. इस बार उनके निशाने पर राज्य सभा सांसद राम विचार नेताम रहे. मंत्री सिंहदेव और विधायक के बीच शुरू हुआ विवाद शांत हुआ था कि अब नया विवाद शुरू हो गया. अपने क्षेत्र वापस लौट रहे विधायक बृहस्पति सिंह ने अम्बिकापुर सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा के दौरान राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम पर गंभीर आरोप लगाए हैं. राज्य सभा सांसद रामविचार नेताम ने विधायक बृहस्पति सिंह से माफी की मांग की थी. जिसके बाद उन्होंने इस पर पलटवार किया है.
राज्य सभा सांसद रामविचार नेताम को बृहस्पति सिंह ने क्यों कहा लोढ़ा ?
मीडिया में बयानबाजी, सुर्खियां और विवाद से गहरा नाता रखने वाले रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह ने बड़े आरोप लगा दिये हैं. इस बार उनके निशाने पर राज्य सभा सांसद राम विचार नेताम रहे.
दरअसल सांसद रामविचार नेताम ने सोमवार को कहा कि, जिस तरह से टीएस सिंहदेव पर बृहस्पति सिंह ने हत्या की साजिश का आरोप लगाया था. उसी तरह मुझ पर आरोप लगा चुके हैं. पूर्व गृहमंत्री व राज्यसभा सांसद ने आगे कहा है कि आज से कुछ महीने पहले विधायक बृहस्पति सिंह ने सार्वजनिक रूप से बयान दिया था कि यज्ञ कराकर नेताम जी मेरी हत्या करवाना चाहते हैं. इसके फलस्वरूप मेरे व मेरे समर्थकों द्वारा कड़ी आपत्ति दर्ज करने के साथ, विधायक से सार्वजनिक माफीनामा या खेद प्रकट किये जाने की बात कही गई थी, जिस पर आज तक जवाब अपेक्षित है. इसी मामले में रामविचार नेताम ने उनसे माफी मांगने की बात कही थी. जिस पर पलटवार करते हुए बृहस्पति सिंह ने कहा कि सावन का महीना चल रहा है सरगुजा में कहावत है कि लोढ़ा भी बोलता है कि मै शिव का भाई हूं.
उन्होंने कहा कि मै जानना चाहता हूं कि सांसद नेताम जी किस बात की माफी मंगवाना चाहते है. उनके मंत्री रहते नक्सलियों को हथियार खरीदने पैसा दिया गया था और इसका खुलासा बंसतपुर के चेरा गांव में पकड़े गए नक्सली से हुआ था. उनके मंत्री रहते ही अंबिकापुर में दोहरा हत्याकांड हुआ और उसके आरोपियों को बचाने का काम किया गया. हमने विरोध किया तो मृतिका के भाई के साथ हमें जेल भेज दिया गया. वाड्रफनगर जनपद के सीईओ को जनपद कार्यालय में पटक पटक कर मारा गया था और फ़ूड इंस्पेक्टर ने उन्हें विधायक रहते फ्री में शक्कर नहीं दिया तो कान में सूजा डाल दिया गया था. दो पटवारियों ने उन्हें पट्टा वितरण में हिस्सा नहीं दिया और फर्जी पट्टा नहीं बनाया तो सरेआम उनकी पिटाई करने के साथ ही उनके पेशाब पिलाया गया और घुमाया गया. ये सभी आरोप बृहस्पति सिंह ने रामविचार नेताम पर लगाए हैं. बृहस्पति सिंह ने कहा कि राम विचार नेताम का मासिक दिवालियापन बढ़ रहा है. उन्होंने एम्स में जाकर इलाज करने की सलाह रामविचार नेताम को दी है.