सरगुजा में मशाल हाथ में लेकर मतदाताओं को जागरूक करने निकली SVEEP टीम
SVEEP team in Surguja सरगुजा में सोमवार को स्वीप टीम ने मशाल लेकर रैली निकाली. इस रैली में भारी संख्या में लोग शामिल हुए. क्षेत्र के वोटरों को मतदान के लिए जागरूक करने की खातिर यह रैली निकाली गई.
सरगुजा:छत्तीसगढ़ में चुनावी माहौल है. पहले चरण का मतदान मंगलवार को है. वहीं, दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होना है. इस बीच SVEEP टीम लगातार हर विधानसभा क्षेत्रों में लोगों को मतदान के लिए जागरूक कर रही है. टीम का लक्ष्य शतप्रतिशत और निष्पक्ष मतदान कराना है. इस कड़ी में सोमवार को सरगुजा जिला प्रशासन ने शहर में मशाल रैली निकाल कर लोगों से वोट की अपील की. साथ ही सड़क पर रैली निकालकर और नारों के माध्यम से लोगों को वोटिंग के लिए जागरूक किया.
सालभर काम करती है स्वीप टीम : मतदान फीसदी बढ़ाने के लिए सरकार की ओर से लोगों को जागरूक किया जाता है. ये काम हर जगह स्वीप की टीम कर रही है. इस टीम पर सरकार का एक बड़ा बजट खर्च होता है. स्वीप की पूरी टीम साल भर सिर्फ मतदाताओं को जागरूक करने का काम करती है, बावजूद इसके लोग मतदान करने नहीं जाते हैं.
क्या कहते हैं रैली में शामिल लोग:इस मशाल रैली में शामिल एक महिला ने कहा कि, "लोग भी खुलकर मतदान करें और एक सशक्त सरकार बनाए. वो बिना किसी लोभ के सशक्त प्रत्याशी को अपना मत दे." वहीं, रैली में शामिल मूसा खान ने कहा कि, "मतदान का प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में ही कम होता है. ग्रामीण क्षेत्रों में लोग मतदान करने जाते है. सरकार मतदान करने के लिए छुट्टी देती है और लोग अवकाश के दिन मतदान ना करके उसे अपने व्यक्तिगत काम में लगा देते है. इसलिए हम शहर में रैली निकाले हैं. इस रैली में युवाओं को शामिल किया गया है ताकि वो अपने परिजनों को मतदान के लिए प्रेरित कर सकें."
लोगों से की गई वोट की अपील: बता दें कि मतदान के प्रति जागरूकता और शत प्रतिशत मतदान के उद्देश्य के साथ स्वीप के कार्यक्रमों में जिले के युवा बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं. जिला प्रशासन सरगुजा और विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज के संयुक्त तत्वाधान में सोमवार को स्वीप टीम ने मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया था. इस दौरान कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने लोगों के बीच जाकर वोटिंग की अपील की. छात्र-छात्राओं ने मतदान से संबंधित रंगोली और पोस्टर बनाकर लोगों को जागरुक करने का काम किया. इसके अलावा अन्य माध्यमों से भी लोगों को मतदान के लिए जागरुक किया गया.