रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वैट में दी गई रियायत को खत्म कर दिया है. सरकार के इस फैसले से छत्तीसगढ़ में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2.25 रुपये तक की वृद्धि हुई है. वहीं छत्तीसगढ़ सरकार का कहना है कि वैट में मिल रहे रियायत को हटने के बाद भी कई प्रदेशों की तुलना में छत्तीसगढ़ में पेट्रोल-डीजल सस्ता है.
राज्य सराकर द्वारा दी गई रियायत हुई खत्म बढ़ी कीमतें 8 अगस्त से लागू
छत्तीसगढ़ के अधिकारियों का कहना है कि राजस्व को ध्यान रखते हुए डीजल और पेट्रोल पर दी गई रियायत को हटाया गया है. राज्य सरकार के वाणिज्यिक कर विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी की है. छत्तीसगढ़ में पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतें गुरुवार यानी 8 अगस्त से लागू हो गई है.
25% से घटाकर 21% किया गया था वैट
देशभर में डीजल और पेट्रोल के मूल्यों में अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने दो रुपये प्रति लीटर राहत देने की घोषणा की थी. तत्कालीन रमन सिंह सरकार ने डीजल और पेट्रोल पर वैट की दर को 25 प्रतिशत से घटाकर 21 प्रतिशत किया था. जिसकी समय सीमा 31 मार्च 2019 तक थी. हालांकि बाद में इसे बढ़ाकर 31 मार्च 2020 किया गया था.
पेट्रोल पर लगभग 13.95 रुपये लग रहा है वैट
वर्तमान में केंद्र सरकार द्वारा डीजल में आरोपित एक्साइज ड्यूटी और सेस 15.83 रुपये प्रति लीटर और पेट्रोल पर 19.98 रुपये प्रति लीटर है. छत्तीसगढ़ में डीजल और पेट्रोल की वर्तमान कीमत और वर्तमान वैट की दरों के आधार पर डीजल पर प्रति लीटर कर-भार लगभग 12.85 रुपये तथा पेट्रोल पर लगभग 13.95 रुपये है.