अंबिकापुर: संत गहिरागुरु विश्वविद्यालय का विवादों से नाता खत्म नहीं हो रहा है. इस बार अपने ही कर्मचारियों से दस साल तक काम लेने के बाद अब उनकी कुशलता से संबंधित परीक्षा लेने जा रहा है. इसे लेकर संविदा में काम कर रहे कर्मचारियों ने विरोध शुरू कर दिया है और परीक्षा का बहिष्कार कर दिया है. साथ ही कर्मचारी संघ ने विश्वविद्यालय के कुलपति को ज्ञापन भी सौंपा है.
बताया जा रहा है कि कौशल परीक्षा को लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन ने सूचना पटल पर नोटिस चिपका दिया था. इस नोटिस में निजी महाविद्यालय ने परीक्षा लेने की जानकारी देते हुए सुबह 9.30 से 10.30 बजे तक परीक्षा आयोजित करने की बात कही थी. इस परीक्षा में सभी कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से उपस्थित होने को कहा गया था. परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर ही कुशल, अद्र्धकुशल और अकुशल श्रेणी में कर्मचारियों को रखा जाएगा, लेकिन परीक्षा में कर्मचारियों ने भाग ही नहीं लिया, बल्कि शासन और मंत्रियों से न्याय की गुहार लगा रहे हैं और विश्वविद्यालय के इस फैसले को तुगलकी फरमान बता रहे हैं.
मात्र 8 लोगों ने दी है परीक्षा