सरगुजा :कोरोना की तीसरी लहर (The third wave of the corona) का आशंका के बीच लोगों में अब भी वैक्सिनेशन (Vaccination) के प्रति उदासीनता दिख रही है. सरगुजा में वैक्सिनेशन शुरू हुए करीब 8 महीने बीत चुके हैं, लेकिन अब भी 50 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन नहीं लगी है. जबकि भीड़-भाड़ और जनजीवन सामान्य हो चुका है. ऐसे में स्वास्थ्य विभाग (Department of Health) ने टीकाकरण को लेकर एक नया आदेश जारी कर दिया है. आदेश में कहा गया है कि अब मेडिकल कॉलेज से लेकर पीएचसी तक किसी भी अस्पताल में मरीज व उनके परिजन को परिसर में तभी प्रवेश मिलेगा, जब वो वैक्सिनेशन का प्रमाण पत्र दिखाएंगे. लेकिन जब इस मामले में जिला टीकाकरण अधिकारी से पूछा गया तबतक शायद इस आदेश की वास्तविकता से वे अवगत हो चुके थे और अपने ही आदेश पर बयान कुछ और देते नजर आए.
दरअसल, सरगुजा स्वास्थ्य विभाग ने एक आदेश जारी किया, जिसके बाद पूरे स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया. आदेश में लिखी बातों पर अमल करना शायद किसी भी अस्पताल के लिए मुमकिन नहीं है, क्योंकि अस्पताल इलाज के लिए बने हैं. खासकर इमरजेंसी मरीज को तो तुरंत इलाज देना अस्पताल और डॉक्टर का पहला धर्म है. ऐसे में बिना वैक्सिनेशन के प्रवेश वर्जित होने जैसे आदेश का पालन हो पाना मुश्किल सा है. वैसे भी देश में कोरोना वैक्सीन लगवाने को लेकर कोई सख्त नियम का या कानून अब तक नहीं बना है. वैक्सीन लगवाने किसी को बाध्य नहीं किया जा सकता है. ऐसे में इस तरह के आदेश का औचित्य समझ से परे था.