सरगुजा:छत्तीसगढ़ में 15 साल बाद सत्ता में लौटने का सपना कांग्रेस का पूरा हुआ, तो उसमें सबसे बड़ा रोल निभाया पार्टी के घोषणा-पत्र ने. कांग्रेस ने सूबे के किसानों से कर्जमाफी और धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने का वादा किया था. इस वादे का असर मतदान के दौरान ही दिख गया था. किसानों ने न सिर्फ धान बेचने के लिए इंतजार किया बल्कि इस बार ग्रामीण इलाकों से ज्यादा लोग मतदान करने के लिए निकले. इससे ही लगने लगा था कि कांग्रेस का वादा काम कर गया है. लेकिन अब लगता है कि कर्जमाफी ने सरकार का खजाना खाली कर दिया है और इस बात को सरकार में नंबर दो माने जाने वाले मंत्री टीएस सिंहदेव भी स्वीकार रहे हैं.
प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर भाजपा यह आरोप लगाती रही है कि कर्जमाफी की वजह से सरकार का खाजाना खाली हो चुका है. सरकार के पास विकास कार्यों के लिए रुपए नहीं हैं. मुख्यमंत्री समेत सरकार के सभी मंत्री इस बात को अब तक नकारते रहे हैं. लेकिन सरकार के कद्दावर मंत्री टीएस सिंहदेव ने अब खुद स्वीकार किया है की सरकार के पास रुपयों की कमी है जिसकी वजह से इन्फ्रॉस्ट्रक्चर के लिए रुपए नहीं हैं. हालांकी उनका मानना है कि अगले साल यह स्थिति सही हो जाएगी.