अंबिकापुर: जेल अधीक्षक राजेंद्र गायकवाड की पहल पर सेंट्रल जेल में सजा काट रहे सैकड़ों कैदियों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत विभिन्न प्रकार के स्वरोजगार संबंधित प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं, जिससे कैदी जेल से रिहा होने के बाद अपने पैरों पर खड़े हो सकें.
SPECIAL: जेल में बदल रहा जिंदगी का रुख, इस तरह मुख्यधारा से जुड़ रहे कैदी
मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के तहत जेल में कैदियों को विभिन्न प्रकार के स्वरोजगार संबंधित प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं.
कैदियों को स्वावलंबी बनाने को दिया जा रहा प्रशिक्षण
अंबिकापुर सेंट्रल जेल में कैदियों को मुख्यधारा से जोड़कर उन्हें मजबूत बनाने के लिए पहल की जा रही है. जेल के अंदर कैदियों को फर्नीचर बनाना ,मशरूम उत्पादन, काष्ठ कला, चित्रकला, सिलाई सहित अन्य उद्योग के संबंध में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. सजा काट रहे कैदियों को विशेषज्ञों के माध्यम से प्रशिक्षण दिला, स्वावलंबी बनाने का काम किया जा रहा है.
जेल में कैदी अर्जित कर रहे आय
जेल में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद जेल के अंदर संचालित हो रहे विभिन्न उद्योगों के जरिए कैदी आय अर्जित कर रहे हैं, ये राशि सीधे उनके खाते में जमा हो रही है. इस राशि का एक हिस्सा कैदी स्वयं के लिए रखते हैं और दूसरा हिस्सा पीड़ित पक्ष को भेज दिया जाता है.