सरगुजा: एक ओर सरकार जहां शिक्षा को लेकर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है. वही दूसरी ओर सीतापुर के ग्राम उड़मकेला (करेसरपारा) शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला के विद्यालय की दीवार और भवन जर्जर है. दीवार में दरार, फर्स बुरी तरह से उखड़ चुके हैं. उक्त भवन के दरवाजे तक गल चुके हैं. जहां विद्यार्थी नहीं बैठ सकते हैं फिर भी वह भय के माहौल में पढ़ने को मजबूर हैं. बच्चों और शिक्षकों में भवन गिरने का डर बना हुआ है. बच्चे प्रतिदिन मौत के साए में विद्यालय में पढ़ रहे हैं.
सरगुजा: मौत के साए में पढ़ रहे बच्चे, सरकार को परवाह नहीं
सीतापुर के उड़मकेला के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला के विद्यालय का हाल बेहाल है, जिस विद्यालय में बच्चे पढ़ते है. उस भवन की दीवार उखड़ रही है. इसी कारण बच्चों के साथ शिक्षक को जान का खतरा बना हुआ है.
विद्यालय में कक्षा 6 से लेकर 8वीं तक कक्षा हैं और कुल 5 कमरे हैं. इसमें 4 कमरा क्षतिग्रस्त हो चुका है. शेष दो कमरे और बरामदा में किसी तरह संचालन हो रहा है. शिक्षकों का कहना है विद्यालय की जर्जर स्थिति को लेकर शिक्षा अधिकारियों को कई बार सूचित किया गया है, फिर भी अभी तक भवन का सुधार नहीं हुआ है.
शिक्षक ने बताया कि शिक्षकों की मदद से कुछ सुधार किया जा रहा है पर उनके पास राशि नहीं होने के कारण कार्य पूर्ण नहीं हो सका. शिक्षकों का कहना है कि विद्यालय की स्थिति जल्द सुधर जाएगी.