सरगुजा: छत्तीसगढ़ के नागलोक के नाम से पहचाने जाने वाले सरगुजा में अब इस समस्या का समाधान दिख रहा है. यहां एक युवक सांपों का जीवन बचा रहा है. साथ ही इंसानों की भी सांपों से रक्षा कर रहा है. ये युवक सरगुजा में सांप और इंसान दोनों के लिए किसी देवदूत से कम नहीं है.
सरगुजा संभाग जो कभी सिर्फ सरगुजा जिला हुआ करता था और संभाग के 5 जिले अंबिकापुर, जशपुर, कोरिया, बलरामपुर और सूरजपुर ये सभी नए जिले सरगुजा जिले के हिस्से थे. इस जिले में जशपुर, बलरामपुर और सरगुजा में सांपों की इतनी अधिक बहुलता होती थी कि इसे लोग नागलोक कहते थे. हालांकि आज भी यहां सांपों की अच्छी खासी मौजूदगी है. बारिश के दिनों में सर्प दंश के मामले भी सर्वाधिक यहीं से आते हैं.
जीवन हुआ सुरक्षित
सरगुजा में सांप और इंसान के बीच जीवन की लड़ाई में या तो इंसान मारे जाते हैं या फिर इंसान सांप को मार देता है. लेकिन बीएससी कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई कर चुके सत्यम द्विवेदी ने ऐसी कला सीखी कि आज वो जहरीले सांप को भी नंगे हाथों से पकड़ लेते हैं. सांप को अपने स्कूटर की डिक्की में रखकर घने जंगलों में छोड़ देते हैं. सत्यम के इस हुनर से इंसानों और सांप दोनों का जीवन बच रहा है.
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