सरगुजा :अंबिकापुर के राजमाता देवेंद्री कुमारी सिंहदेव मेडिकल कॉलेज (Devendri Kumari Singhdeo Medical College sarguja) में इस वर्ष एनएमसी का निरीक्षण नही हो सका है. लेकिन एनएमसी ने इस वर्ष के लिये 125 सीटों की मान्यता दे दी (Recognition of 125 MBBS seats without inspection) है. उम्मीद की जा रही है की कभी भी आकस्मिक निरीक्षण किया जा सकता है. यहां पीजी की कक्षाओं को लेकर चल रही तैयारियों के बीच एनएमसी ने कॉलेज को यूजी में सत्र 2022-23 के प्रवेश हेतु मान्यता प्रदान कर दी है. हालांकि एनएमसी कॉलेज की मान्यता के लिए भविष्य में निरीक्षण कर सकती है.
कब मिली मान्यता :राजमाता श्रीमती देवेंद्र कुमारी सिंहदेव मेडिकल कालेज की मान्यता को लेकर लगातार कवायद की जा रही है. कॉलेज प्रबंधन द्वारा फैकल्टी की कमी को दूर करने के साथ ही संसाधनों का विस्तार कर लगातार नए सत्र के लिए आवेदन किए जा रहे है. कॉलेज में सत्र 2021-22 की मान्यता मिलने व एडमिशन की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद कॉलेज प्रबंधन द्वारा वर्ष 2022-23 की मान्यता के लिए अप्रैल माह में आवेदन किया था.
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज को मिली 125 सीटों की मान्यता, बिना एनएमसी निरीक्षण के बढ़ी सीटें
अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में मान्यता के आधार पर अक्टूबर माह से 125 सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. मेडिकल कॉलेज को पीजी के छह विषयों के लिए भी एलओपी मिलने के बाद शेष विषयों में भी एलओपी मिलने की उम्मीद बढ़ गई है. सितम्बर के अंतिम सप्ताह में पीजी की कक्षाओं के लिए एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.
कैसे बढ़ाई गई सीटें :आवेदन के बाद कॉलेज प्रबंधन एनएमसी के निरीक्षण का इंतजार कर रही थी. लेकिन किन्हीं कारणों से टीम निरीक्षण पर नहीं आ सकी. ऐसे में कॉलेज प्रबंधन ने एनएमसी को शपथ पत्र भरकर दिया था. शपथ पत्र के आधार पर एनएमसी ने कॉलेज के 100 सीटों के साथ ही ईडब्ल्यूएस के 25 सीटों की मान्यता को बढ़ा दिया है.
अक्टूबर में MBBS की प्रक्रिया शुरू :हालांकि एनएमसी ने कॉलेज को यह सरप्राइज विजिट के आधार पर दी है. जरूरत पड़ने पर एनएमसी की टीम निरीक्षण के लिए भी आएगी. लेकिन कॉलेज प्रबंधन को फिलहाल 125 सीटों को प्रवेश प्रक्रिया की तैयारी शुरू करने की अनुमति प्रदान की गई है. संभावना जताई जा रही है कि अक्टूबर के प्रथम सप्ताह से 125 सीटों पर प्रवेश की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.
कितने विषयों के लिए मिली एलओपी : एमबीबीएस की 125 सीटों की मान्यता मिलने के साथ ही कॉलेज को पीजी के 6 विषयों के लिए भी एलओपी मिल चुका है. कॉलेज को माइक्रो बायोलॉजी, फार्मेकोलॉजी, नेत्र रोग कम्यूनिटी मेडिसिन विषय के 3-3 सीटों के लिए एलओपी प्रदान किया है. जबकि शिशु रोग विशेषज्ञ के 2 , बायो केमेस्ट्री विषय के 1 सीट के लिए एलओपी प्रदान किया है.
पेंडिंग पीजी मान्यता :बचे हुये विषय एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, पैथोलॉजी, जनरल मेडिसिन, जनरल सर्जरी, अस्थि रोग, ईएनटी, प्रसूति एवं स्त्री रोग, निश्चेतना विषयों पर एमडी एमएस मान्यता के लिए एलओपी मिलना बाकी है. लेकिन इन सब के बीच पीजी की कक्षाओं के लिए 20 सितंबर से पंजीयन की प्रक्रिया शुरू हो रही है. उसके बाद 25 सितम्बर से कॉलेज चयन के लिए पोर्टल खुलेंगे और 29 सितम्बर से कॉलेज में प्रवेश के लिए उपस्थित होना है. ऐसे में कॉलेज को बाकी पीजी की कक्षाओं के लिए भी जल्द ही मान्यता मिल जाएगी.
डीन ने दी जानकारी : मेडिकल कालेज के डीन डॉ आर मूर्ति ने बताया "निरीक्षण की संभावनाओं के साथ कॉलेज की 125 सीटों की मान्यता बढ़ाई गई है. टीम भविष्य में निरीक्षण के लिए आ सकती है लेकिन हमें प्रवेश की अनुमति मिल गई है. शेष पीजी की कक्षाओं के लिए भी जल्द ही मान्यता मिल जाएगी और पीजी की कक्षाओं के लिए 20 सितम्बर से पंजीयन की प्रक्रिया भी शुरू हो रही है जबकि अक्टूबर के प्रथम सप्ताह से एमबीबीएस सीट के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी"