अंबिकापुर : जिले के दो युवक को अमीर बनने और अपने खाते में करोड़ों रुपए रखने का शौक इस कदर चढ़ा कि 1 करोड़ 75 लाख की ठगी कर डाली. इस मामले में दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. निजी बैंक के मैनेजर ने खाते में करोड़ों रुपए की संदिग्ध लेन-देन की जानकारी पुलिस अधीक्षक को दी.
इस मामले को सरगुजा एसपी सदानन्द कुमार ने गंभीरता से लेते हुए एक टीम बनाई. टीम को बैंक के आस-पास सादे कपड़े में आरोपी को फर्जी आधार कार्ड पर लगे फोटो के माध्यम से मिलता-जुलता एक व्यक्ति दिखाई दिया, जिसके बाद घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ा.
ऐसे की थी ठगी
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि अपने मित्र कपिलदेव के साथ साल 2017 में उनके मुआवजे के प्रकरण के निराकरण के लिए बिलासपुर गया था तब उसने 56 लोगों की सूची देखी जो जगन्नाथपुर गांव के हैं और उन्हें मुआवजा नहीं मिले हैं. 56 लोगों के कुल 14 करोड़ 50 लाख की राशि का भुगतान एसईसीएल के पास बकाया है.
आरोपी अरविंद बेक ने जगन्नाथपुर निवासी कमल साय के खाते में एसईसीएल मुआवजा एक करोड़ 85 लाख आना था. आरोपी ने कमल साय के आधार कार्ड पर फर्जी तरीके अपनी फोटो लगा ली और कमल साय के नाम से खाता खुलवाया फिर फर्जी तरीके से अपने खाते में मुआवजा की राशि 1 करोड़ 85 लाख में से 1 करोड़ 75 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए.
पुलिस ने किया गिरफ्तार
मामले में बैंक प्रबंधक को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचना दी तब पूरे खेल का खुलासा हुआ. दोनों आरोपी अरविंद बेक और वाहिद हुसैन पहले भी कई अपराध कर चुके हैं. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.