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सरगुजा में मौसमी बीमारी का कहर, अंबिकापुर में मरीजों की संख्या 800 के पार - सरगुजा में जलवायु परिवर्तन

सरगुजा में जलवायु परिवर्तन के कारण अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौसमी बीमारी के मरीजों की संख्या बढ़ गई है. यहां एक सप्ताह में करीब मरीजों की संख्या में बढ़ा इजाफा देखा गया है. इस बारे में ईटीवी भारत ने पड़ताल की. अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल प्रबंधन ने किसी गंभीर परिस्थिति से इंकार किया है.

seasonal disease in Surguja
सरगुजा में मौसमी बीमारी का कहर

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Published : Apr 19, 2022, 9:35 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

सरगुजा: सरगुजा में मौसमी बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है. बीते एक सप्ताह में मरीजों की संख्या 400 से 800 तक पहुंच गई है. यहां सर्दी, बुखार और डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.बीते एक सप्ताह में लोग अधिक बीमार हुए हैं. ईटीवी भारत ने सरगुजा संभाग के सबसे पड़े अस्पताल अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल का जायजा लिया. यहां से मिली जानकारी के मुताबिक ओपीडी में मौसमी बीमारी के मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई है.

सरगुजा में मौसमी बीमारी का कहर
सरगुजा में बढ़ा मौसमी बीमारी का प्रकोप: दअरसल सरगुज़ा में ज्यादातर लोग सर्दी जुकाम, बुखार और उल्टी दस्त की समस्या से जूझ रहे हैं. जाहिर है कोविड के अलग अलग वेरियंट के अलग-अलग लक्षणों के कारण अब हर बीमारी संदेह पैदा करती है. लिहाजा हमने डॉक्टरों से बात की और यह पता लागने के कोशिश की कि, क्या मरीजों की ये संख्या सामान्य है या फिर कहीं कोविड का कोई नया मामला तो नहीं है. लेकिन हमारी पड़ताल में यह पता चला कि लोग यहां मौसमी बीमारी से ग्रसित होकर आ रहे हैं.

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मौसम में बदलाव से बढ़ रहे मरीज: हमने शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के प्रभारी डॉक्टर अमीन से बात की, उन्होंने बताया कि सरगुजा में जलवायु परिवर्तन के कारण सरगुजा में मरीजों की संख्या बढ़ रही है. सरगुजा में दिन में गर्मी और रात में ठंडी रहती है. जिससे ज्यादातर लोग बीमार पड़ रहे हैं. जुखाम, बुखार और उल्टी दस्त के मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है. उन्होंने कहा कि अस्पतालों में तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ी है. लेकिन घबराने की कोई बात नहीं है. ये सामान्य इलाज से ठीक हो जा रहे हैं. लेकिन डॉक्टरों ने एहतियात बरतने की सलाह दी है.

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अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में की जा रही है व्यवस्था: अस्पताल कंसल्टेंट प्रियंका कुरील ने बताया कि, एक सप्ताह पहले ओपीडी में चार सौ मरीज इलाज कराने आए थे. लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 800 के करीब पहुंच गई है. रोजाना आईपीडी में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या 90 से बढ़कर 150 हो गई है. डॉक्टर इलाज कर रहे हैं, लेकिन अस्पताल प्रबंधन बढ़ती भीड़ को देखते हुये वार्ड में कूलर की संख्या बढ़ाने का काम कर रही है. कुछ वार्ड में एसी लगाया गया है. वहीं पीने के ठंडे पानी के लिये अतिरिक्त वाटर कूलर की भी व्यवस्था की जा रही है.

Last Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST

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