अंबिकापुर:कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही शहर और जिले की सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है, ताकि कोई भी व्यक्ति बाहर से अंबिकापुर में प्रवेश नहीं कर सके, लेकिन अभी भी बड़ी संख्या में लोग रात के अंधेरे का फायदा उठाकर जिले में प्रवेश कर रहे हैं, जो प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की मुश्किलें बढ़ा रहा है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि ये लोग कोरोना के हॉटस्पॉट एरिया से पहुंच रहे हैं, जो उनके साथ ही उनके परिवार और समाज के लोगों के लिए भी खतरनाक है.
कटघोरा और राजस्थान के कोटा से बड़ी संख्या में लोग अंबिकापुर पहुंच गए, जिसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन लोगों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया. कटघोरा से लौटे दो युवकों के सैंपल भी लिए गए हैं. जिले में अब तक 70 सैंपल लिए गए हैं, जिनमें से 54 की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है, जबकि आठ के सैंपल को रिजेक्ट कर दिया गया है.
छिपते हुए गांव पहुंचे थे दो युवक
बताया जा रहा है कि बिलासपुर का रहने वाला 25 वर्षीय संदीप उरांव अपने ससुराल कोरबा के कटघोरा अंतर्गत मैनगढ़ी गांव गया हुआ था, लेकिन लॉकडाउन के कारण वो वहीं फंस गया. वहीं 21 दिनों तक कटघोरा में रहने के बाद फिर से लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ गई, जिसके बाद वह अपनी पत्नी के भाई के साथ बाइक से मंगलवार की शाम घर लौटा था. युवकों के कोरोना संक्रमित क्षेत्र कटघोरा से आने की जानकारी मिलने के बाद गांव में हड़कंप मच गया. युवकों का कहना है कि वे भी छिपते हुए अपने गांव में पहुंचे थे.