सरगुजा : संभाग के विभिन्न जिलों में लगातार 3 हाथियों की मौत के मामले में वन विभाग ने पहली कार्रवाई की है. पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी ने बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र के रेंजर अनिल सिंह के खिलाफ जांच शुरू कराते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है.
दरअसल, तीन दिन के अंदर एक ही दल के चार हाथियों की मौत ने वन विभाग को हिला कर रख दिया था. बता दें की 3 हाथियों की मौत में एक हथिनी गर्भवती थी जिसके गर्भ में पल रहे बच्चे की भी मौत हो चुकी है. एक साथ कई हाथियों की मौत होने के कारण विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं. बुधवार को पीसीसीएफ सहित विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में अलग-अलग दो जंगलों में हाथियों का पोस्टमार्टम कर बिसरा संरक्षित किया गया था.
प्रतापपुर के जंगलों में सक्रिय 16 सदस्यीय हाथियों के चार दिन पहले राजपुर के जंगल से वापस लौटने के बाद चार हाथियों की मौत हुई. इसके पहले भी जिले में हाथियों की मौत होती रही है. लेकिन यह पहला अवसर था जब 72 घंटों के भीतर एक ही दल के चार हाथियों की संदेहास्पद मौत हुई है. मंगलवार को गणेशपुर जंगल स्थित तालाब के पास एक गर्भवती हथिनी का शव मिला था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हथिनी की मौत गंभीर बीमारी से होने का खुलासा हुआ था.
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दूसरे दिन उसी जगह पर दल के एक अन्य हथिनी का शव मिला था, जबकि गुरूवार को विकासखंड राजपुर के दरबारी महुआ जंगल में एक युवा हथिनी का सड़ा गला शव मिला. गणेशपुर के जंगल में एक ही दल की दूसरी हथिनी की मौत होने की सूचना पर बुधवार को ही एडिशनल पीसीसीएफ पहुंच गए थे लेकिन देर शाम तक शव के पास हाथियों के मौजूद होने के कारण पीएम नहीं हो सका था.
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