सरगुजा: अंबिकापुर जिला मुख्यालय से महज 14 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रघुनाथपुर में 5 साल पहले सन्नाटा पसरा रहता था. लेकिन स्वास्थ्यकर्मियों ने लोगों को जागरुक किया, जिसके बाद यहां लोग इलाज के लिए पहुंचने लगे. महिलाएं भी यहां बड़ी संख्या में इलाज करवाने पहुंच रही हैं.
रंग लाई स्वास्थ्यकर्मियों की मेहनत आलम यह है कि इस इलाके के आस-पास के करीबन 30 गांव के मरीज, खासकर महिलाएं अपने स्वस्थ्य को लेकर सजग हुईं हैं. आदिवसी अंचल में स्थापित रघुनाथपुर का यह प्राथमिक स्वस्थ्य केंद्र इन ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रहा है.
स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हुईं महिलाएं
इस प्राथमिक स्वास्थ केंद्र में 5 साल से पदस्थ डॉक्टर रहेला समरीन बताती हैं कि 'पहले महिलाएं अपने इलाज के लिए नहीं आती थी, लेकिन डॉक्टर की लगातार मेहनत और लगन का नतीजा यह है कि आज इस अस्पताल में सबसे अधिक महिला मरीज आती हैं. बड़ी संख्या में महिला मरीज का अस्पताल आकर स्वस्थ्य सेवा लेना इस बात की ओर संकेत करता है कि आदिवासी बाहुल्य इस इलाके के लोगों में अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता आई है. साथ ही इस सरकारी अस्पताल ने ग्रामीणों को जागरूक करने में अपनी अहम भूमिका निभाई है'.