सरगुजा :छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ती जा रही है. कोरोना संक्रमण के दर में लगातार होती वृद्धि हो रही रही. दो लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई है.ये लोग कोरोना के अलावा दूसरी गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे. लेकिन कोरोना पॉजिटिव होने के कारण कोविड पॉजिटिव की सूची में उनकी मौत दर्ज है. इसके अलावा एक राहत भरी खबर है.
ओमीक्रॉन वायरस का मिला स्ट्रेन :सरगुजा संभाग में भी ओमीक्रॉन वायरस का एक्सबीबी.1.16 स्ट्रेन पाया गया है. भेजे गए 45 सैंपल में से अभी सिर्फ तीन सैम्पल की रिपोर्ट में इस नए स्ट्रेन की पुष्टि हुई है. ये वही स्ट्रेन है जो देश भर में अभी संक्रमण का मुख्य कारण है. वायरोलॉजी लैब के आरटीपीसीआर टेस्ट में पॉजिटिव मरीज की जीनोम सिक्वेंसिंग कराने के बाद यह रिपोर्ट सामने आई है. डॉक्टरों का कहना है कि इस स्ट्रेन से घबराने की जरूरत नहीं है. यह वायरस पांच से सात दिनों तक प्रभावी रहता है. 7 दिनों में मरीज पूरी तरह रिकवर हो जा रहे है. लेकिन सतर्कता जरूरी है. क्योंकि वायरस का नया स्ट्रेन किसी व्यक्ति के शरीर में जाने के बाद म्यूटेट भी हो सकता है.
Surguja : कोरोना संक्रमण के लिए ओमीक्रॉन का नया स्ट्रेन जिम्मेदार - जीनोम सिक्वेंसिंग
छत्तीसगढ़ में ओमीक्रॉन के नए स्ट्रेन की जानकारी मिली है. मरीजों से लिए गए सैंपल की रिपोर्ट सामने आने के बाद स्ट्रेन का पता चला है. हालांकि राहत की बात ये है कि यह स्ट्रेन ज्यादा खतरनाक नहीं है. corona infection in surguja
ये भी पढ़ें-सरगुजा में आदिवासी हैं गेम चेंजर
जिनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट आई सामने :देश के साथ ही छत्तीसगढ़ और सरगुजा संभाग में भी मरीजों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है. पॉजिटिविटी दर बढ़ गई है. प्रतिदिन जिलों में बड़ी संख्या में मरीज सामने आ रहे हैं. कोरोना संक्रमण के शिकार मरीजों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर सैम्पल को होल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था. वायरोलॉजी लैब ने सैम्पल को भुनेश्वर, रायपुर एम्स और पुणे भेजा था. हालांकि ये सभी सैम्पल काफी समय पहले जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे. अब ये मरीज स्वस्थ हो चुके हैं. लम्बे इंतजार के बाद आज 45 में से सिर्फ तीन सैम्पल की रिपोर्ट आई है और तीनों सैंपल में ओमीक्रॉन का स्ट्रेन एक्सबीबी.1.16 पाया गया है.