अंबिकापुर:बेटियों की रक्षा के लिए शासन की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही है. लेकिन इन योजनाओं का समाज पर कितना असर हो रहा है इसका अंदाजा इस घटना से लगाया जा रहा है. मानवता और ममता को शर्मसार कर देने वाली इस घटना में जन्म के बाद एक नवजात बच्ची को बोरी में भरकर सड़क किनारे फेंकने का मामला सामने आया है. भूख और दर्द से तड़पती नवजात बच्ची के रोने की आवज सुनकर जब लोग वहां पहुंचे तो उनके होश उड़ गए. उन्हीं में से एक युवती ने नवजात को मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया जहां उसका इलाज जारी है. नवजात को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एसएनसीयू (सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट) वॉर्ड में भर्ती किया गया है.
लखनपुर विकासखंड के बेलदगी गांव में शनिवार देर शाम सड़क किनारे से एक बच्चे के रोने की आवज आ रही थी. लगातार आ रही आवाज का पीछा करते हुए गांव की एक युवती जब वहां पहुंची तो उसकी नजर वहां पर पड़े एक बोरी पर पड़ी. आवज भी उसी बोरी से आ रही थी. युवती ने जब बोरी को खोलकर देखा तो उसमें एक छोटी नवजात बच्ची थी. जिसका जन्म शायद कुछ घंटे पहले ही हुआ था.
स्वास्थ्य केंद्र में किया गया भर्ती
युवती ने इसकी जानकारी तत्काल पुलिस और 108 को दी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस की डायल 112 टीम और संजीवनी 108 एंबुलेंस की टीम पहुंची थी. जिसके बाद नवजात को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. स्वास्थ्य केंद्र से बच्ची की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया है.