सरगुजा:कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने के बाद प्रसाशन ने लॉकडाउन में छूट दे दी है. शनिवार से सभी स्थायी और अस्थायी दुकानों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए खोलने की अनुमति दी गई है, साथ ही कुछ गतिविधियों पर प्रतिबंध जारी रहेगा. हालांकि कोरोना संक्रमण का खतरा अभी भी बना हुआ है. ऐसे में जिलेवासियों की जरा सी भी लापरवाही भारी पड़ सकती है. इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि कोरोना काल शुरू होने के बाद से लेकर मार्च महीने तक जिले में महज 9 हजार कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए थे. लेकिन इन दो महीनों में ही जिले में संक्रमितों की संख्या तीन गुना से भी अधिक बढ़ गई. जिले में अप्रैल और मई माह में 22 हजार से भी अधिक कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है. वहीं 200 से अधिक कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है. जिले में शायद ही कोई परिवार हो, जो कोरोना की दूसरी लहर से प्रभावित ना हुआ हो. ऐसे में लापरवाही बरतने से अगली लहर से जिलेवासियों को काफी नुकसान हो सकता है.
छत्तीसगढ़ में Corona ने बढ़ाई हर महीने मौतों की संख्या !
कोरोना गाइडलाइन को फॉलो करना जरूरी
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर शुरू होने के बाद प्रदेश के सभी जिले कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हुए. सरगुजा में भी संक्रमण की दर चरम पर रही. आलम यह था कि यहां एक दिन में सात सौ से अधिक कोरोना संक्रमित मरीज सामने आ रहे थे, साथ ही रोजाना मौतें हो रही थीं. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को कम करने और कोरोना की चेन तोड़ने के लिए प्रशासन को मजबूरन लॉकडाउन का सहारा लेना पड़ा. जिले में 13 अप्रैल से लॉकडाउन लगाने के बाद भी कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी नहीं दिख रही थी. यही कारण था कि जिला प्रशासन को लॉकडाउन लगातार बढ़ाना पड़ा. लेकिन अब संक्रमण की कम हुई रफ्तार को देखते हुए इसे अनलॉक किया जा रहा है. कलेक्टर संजीव कुमार झा ने दुकानों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए खोलने की अनुमति दे दी है. हालांकि कोरोना संक्रमण के खतरे को नजरअंदाज न करते हुए लॉकडाउन खुलने के बाद भी लोगों को मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन करते रहना है. जरा सी लापरवाही कोरोना की तीसरी लहर को आमंत्रण दे सकती है, जो काफी घातक हो सकता है.