सरगुजा : लॉकडाउन का तीसरा चरण सोमवार से शुरू हो गया है और इसी के साथ ग्रीन जोन में शामिल जिले और शहरों को दी गई छूट के तहत शासकीय कार्यालयों में भी कामकाज शुरू हो गया है.
रजिस्ट्री का काम भी शुरू हो गया है, साथ ही शराब की दुकानें भी खोल दी गई हैं. 40 दिनों के बंद के बाद की बात की जाए, तो शासकीय कार्यालयों में स्थिति सामान्य रही और अधिकारी-कर्मचारी पुराने पेंडिंग फाइल निपटाते नजर आए, जबकि पंजीयन कार्यालय में सन्नाटा पसरा रहा, लेकिन इन सब के विपरीत शराब दुकान के बाहर सुबह 6 बजे से ही लोगों की लाइन देखी गई.
कड़ी धूप के बाद भी लोगों ने कतार में लगकर शराब की खरीदी की. यह स्थिति शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्र की शराब दुकानों में भी देखने को मिली और देर शाम तक जो आंकड़े सामने आए हैं, उसके मुताबिक एक दिन में जिलेवासियों ने 64 लाख की शराब खरीदी हुई है.
शराब दुकानों के सामने लोगों की भीड़
लॉकडाउन में शासन ने शराब दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी है, जिसके तहत सोमवार को जिलेभर के देशी-विदेशी शराब दुकानों में लोगों की अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली. बता दें कि शहर के गंगापुर, गाड़ाघाट और भगवानपुर की अंग्रेजी शराब और एक देशी शराब दुकान के साथ ही लखनपुर, सीतापुर और बतौली में भी शराब की दुकानें संचालित हैं, जहां सुबह से ही लोगों की भीड़ देखने को मिली.
6 बजे से ही शराब दुकानों में लोगों की कतारें लगनी शुरू
शराब दुकानों के संचालन की अनुमति मिलने के बाद दुकानों के बाहर गोल घेरे बनाए गए हैं, साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की तैयारी भी की गई है. सोमवार सुबह 6 बजे से ही शहर और ग्रामीण क्षेत्र में शराब दुकानों में लोगों की कतारें लगनी शुरू हो गई थीं.
64 लाख रुपए की शराब बिक्री
सुबह से लेकर शाम 7 बजे तक शराब बिक्री का कारोबार चलता रहा. इस दौरान लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया जा रहा था. वहीं साबुन और हैंड सेनिटाइजर की व्यवस्था भी की गई थी, हालांकि कई शराब दुकानों में लोगों को मनपसंद शराब नहीं मिलने पर उन्होंने नाराजगी भी जताई. लोगों का कहना था कि उन्हें ब्रांडेड शराब नहीं मिल पाई, हालांकि देर शाम तक जिले की सात शराब दुकानों में 64 लाख रुपए के शराब की बिक्री हुई है, जबकि सामान्य दिनों में महज 20 से 25 लाख रुपए की बिक्री होती थी.