सरगुजा:छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को सत्ता हासिल करने के लिए 15 वर्षों का लंबा इंतजार करना पड़ा. 2018 में पार्टी तमाम मुश्किलों के बाद पार्टी के नेताओं-कार्यकताओं को एकजुट कर पाई थी, लेकिन अब पार्टी में बिखराव देखने को मिल रहा है. पार्टी कई समय से गुटबाजी का शिकार हो रही है. जिसका एक नई तस्वीर सरगुजा में देखने को मिली है.
शुक्रवार को सरगुजा जिले में कांग्रेस जिला मुख्यालय राजीव भवन का लोकार्पण किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ ही वरिष्ठ नेता वर्चुअल माध्यम से जुड़े. इसके अलावा लोकार्पण कार्यक्रम में सरगुजा आकर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव और खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने शिरकत की. भवन का लोकार्पण का फीता पहले स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने काटा, लेकिन थोड़ी देर बाद खाद्यमंत्री वहां पहुंचे और उन्होंने एक बार फिर नया फीता काटकर दूसरी बार भवन का लोकार्पण कर दिया.
इस पूरे कार्यक्रम में कांग्रेस शुरूआत से ही दो खेमे में बंटी दिखी. एक खेमा स्वास्थ्य मंत्री का तो दूसरा मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाला अमरजीत भगत का. दोनों ही खेमे के समर्थकों बीच खींचतान के स्थिति बनी रही. लंबे समय बाद सरगुजा आए टीएस सिंहदेव जब राजीव भवन के लिए निकले तो उनके साथ कार्यकर्ताओं का विशाल समूह एकत्र हो गया और अपने नेता को देख कार्यकर्ता जयघोष करने लगे. जैसे ही बाबा कार्यकर्ताओं के साथ सभा स्थल पर पहुंचे तो बाबा के जयघोष के नारे अमरजीत समर्थकों को इतने खल गए कि दूसरी ओर से अमरजीत भगत जिंदाबाद की नारे लगने लगे. जिसके बाद दोनों ही खेमों के समर्थकों में संघर्ष दिखाई दिया.
एक कार्यालय का दो बार कटा फीता
सरगुजा जिले में कांग्रेस जिला मुख्यालय 'राजीव भवन' का लोकार्पण का फीता दो बार काटे जाने के बाद कांग्रेस में हो रही गुटबाजी स्पष्ट तौर पर सामने आ गई. इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा, 'मैंने तो देखा नहीं, कभी सुनाई नहीं देता है...कभी दिखता नहीं है.' सिंहदेव के इस बयान को उस घटना से जोड़कर देखा जा रहा है जिसमे शराबबंदी के सवाल पर मंत्री अमरजीत भगत ये कहकर निकल गए थे कि उन्हें सुनाई नहीं दिया.