सरगुजा: आज की परिस्थिति में रूपये कमाने के लिए लोग ईमानदारी तो दूर धोखाधड़ी कर धन जुटाने में लगे हुए हैं. लेकिन आज भी कुछ ऐसे लोग हैं, जो रूपये कमाने के लिए सिर्फ अपनी ईमानदारी और मेहनत पर ही विश्वास रखते हैं. ईमानदारी की ऐसी ही मिशाल एक ऑटो चालक ने पेश की है. गाड़ी में गलती से एक यात्री का पर्स छूट गया था. पर्स में डेढ़ से दो लाख के सोने के जेवर और मोबाइल रखे हुए थे. जेवर मिलने के बाद भी चालक का ईमान नहीं डगमगाया. पर्स को कोतवाली पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने ड्राइवर की ईमानदारी को देखकर थाना परिसर में सम्मान किया गया.
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नागपुर निवासी लक्की किराये का मकान लेकर शहर में ऑटो चलाने का काम करता है. बीती रात लगभग 11 बजे जबलपुर ट्रेन से आने वाले कुछ यात्रियों को शहर में छोड़ा. बाद में शहडोल निवासी वंदना भारती के परिवार को अस्पताल के पास उतारकर घर चला गया. सुबह जब ऑटो को धो रहा था. तभी सीट के नीचे एक पर्स मिला.
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जेवर और मोबाइल थाना प्रभारी को सौंपा
ऑटो ड्राइवर ने बताया जब पर्स खोलकर देखा, तो उसमें लगभग डेढ से दो लाख के सोने का मंगलसूत्र, चैन, अंगूठी सहित कीमती मोबाइल रखा हुआ था. ड्राइवर कोतवाली पहुंचा. जेवर और मोबाइल थाना प्रभारी भारद्वाज सिंह को सौंप दिया.
वंदना भारती के परिजनों ने किया सम्मानित
पुलिस ने मोबाइल से पर्स मालिक वंदना भारती को फोन किया. कोतवाली बुलाकर ऑटो ड्राइवर से ही जेवर रखे पर्स को दिलवाया. इस बीच ऑटो ड्राइवर की ईमानदारी देख वंदना भारती के परिजनों नकदी देकर सम्मानित किया.
पुलिस ने किया सम्मानित
ऑटो ड्राइवर को गुरुवार दोबारा थाने बुलाकर सम्मानित किया गया. थाना प्रभारी ने कहा कि इस दौर में भी ईमानदारी है, जिसका कोई विश्वास नहीं कर सकता. ईमानदारी से ऑटो ड्राइवर का ही नहीं शहर का नाम होता है. सभी लोग इसी तरह ईमानदारी दिखाएं. पुलिस को हर क्षेत्र में मदद मिल सकती है. ऑटो ड्राइवर की ईमानदारी के लिए 15 अगस्त में सम्मान के लिए अधिकारियों से चर्चा की जाएगी.