सरगुजा :भादो माह की एकादशी (Ekadashi)के दिन यानी कि आज से सरगुजा में कर्मा पर्व (karma festival) की शुरुआत हो गई है. आज बहनें अपने भाईयों के लंबी उम्र (live long)के लिए निर्जला व्रत (Nirjala Vrat) रखती हैं. कहा जाता है कि इस व्रत को अगर बहन रखती है तो उसके भाई(Brother) की उम्र बढ़ जाती है. साथ ही आज की रात बहनें (Sisters) करमी की डाल की पूजा करती हैं. कहा जाता है की करमी के पेड़ में करम देवता का वास होता है.
पूरा दिन निर्जला व्रत रखती है बहनें
इस दिन बहनें दिन भर निर्जला व्रत रखती हैं और रात में पूजा के बाद फलाहार करती हैं. कहा जाता है कि यह त्योहार सरगुजा का पारंपरिक लोक पर्व है. फलाहार के बाद महिला पुरुष करमा गीत और नृत्य करते हैं. गीत और नृत्य का यह सिलसिला सप्ताह भर सरगुजा के ग्रामीण अंचलों में देखा जाता है. कई गांव में तो छोटे मेले का भी आयोजन होता हैऔर लोग एक दूसरे के घर मिलने जाते हैं.