सरगुजा : महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर देश-प्रदेश और विदेश में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए. लोगों ने विभिन्न कार्यक्रमों में उन्हें याद कर उनके बताए गए मार्ग पर चलने का निर्णय लिया. इसी क्रम में पूर्व महाधिवक्ता व लेखक कनक तिवारी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि गांधीजी से भी आदिवासियों की उपेक्षा हुई है.
गांधीजी से भी हुई थी आदिवासियों की उपेक्षा : कनक तिवारी
गुरु सरगुजा विश्वविद्यालय के 11वें स्थापना दिवस समारोह में कहीं, पूर्व महाधिवक्ता ने कहा कि देश-प्रदेश में आदिवासियों से साथ उपेक्षा हुई है.
तिवारी ने दावा किया कि गांधीजी ने इसे स्वीकार किया है. लिहाजा आदिवासियों के हित में कार्य करने की जरूरत है. ये बातें उन्होंने संत गहिरा गुरु सरगुजा विश्वविद्यालय के 11वें स्थापना दिवस समारोह में कहीं.
पूर्व महाधिवक्ता ने कहा कि देश-प्रदेश में आदिवासियों से साथ उपेक्षा हुई है. उन्होंने छात्रों और प्राध्यापकों को गांधी दर्शन का पाठ पढ़ाया. कहा कि, 'विश्वविद्यालय ने भी मुझे गांधीजी के मार्ग पर चलकर आदिवासी हित में कार्य करने का आश्वासन दिया है.'
वहीं स्वास्थ्य एवं पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने विश्वविद्यालय में गांधी अध्ययन शोधपीठ खोलने की बात कही. इस मौके पर विवि के विभिन्न शाखाओं द्वारा अपने-अपने विभाग की प्रदर्शनी लगाई गई. अतिथियों ने इसका अवलोकन किया. समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में संत गहिरा गुरु के पुत्र और सामरी विधायक चिंतामणि महाराज उपस्थित रहे.