सरगुजा में 10 हजार के पार हुए कोरोना संक्रमित मरीज
सरगुजा में कोरोना के आंकड़े रिकॉर्ड बना रहे हैं. अंबिकापुर, सूरजपुर, बलरामपुर जिलों में भी यही स्थिति है. मंगलवार को करीब ढाई सौ कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है.
सरगुजा में कोरोना संक्रमण
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Published : Apr 7, 2021, 1:30 PM IST
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Updated : Jul 25, 2023, 8:01 AM IST
सरगुजा:कोरोना संक्रमण को लेकर बरती जा रही लापरवाही लगातार लोगों पर भारी पड़ती जा रही है. यही वजह है कि सरगुजा में संक्रमण के मामलों में हर दिन एक नया रिकार्ड बन रहा है. मंगलवार को जिले ने एक बार फिर से सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. जिले भर में अब तक के सर्वाधिक 239 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है. इसके साथ संक्रमितों का आंकड़ा 10 हजार के पार पहुंच गया है.
जिले में लगातार बढ़ रहे मामले
दरअसल सरगुजा में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, संभाग मुख्यालय के साथ ही सूरजपुर व बलरामपुर जिलों में भी स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. लेकिन सरगुजा जिले में स्थिति ज्यादा खतरनाक है. जहां सर्वाधिक 200 कोरोना संक्रमितों का रिकॉर्ड एक दिन में बना है. जिले की बात की जाए तो यहां कोरोना संक्रमण का पहला मामला मई 2020 को आया था और 31 दिसंबर तक जिलेभर में महज 7 हजार 224 केस सामने आए थे. दिसम्बर के बाद जनवरी व फरवरी माह में संक्रमण के मामलों में कमी देखी गई और आंकड़ा इकाई अंक तक आने के बाद शून्य पर पहुंचा. लेकिन इन दो महीनों में ही लोगों ने जमकर कोविड-19 नियमों की धज्जियां उड़ाई और अब इसका परिणाम सबके सामने है.
मार्च में संक्रमण में आई तेजी
संक्रमण के मामलों में गिरावट आने के बाद बरती गई लापरवाही के कारण ही मार्च महीने में एक बार फिर से संक्रमण के मामलों में तेजी आई. बड़ी बात यह है कि जनवरी से पिछले तीन महीनों में 3 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं. यही वजह है कि अब जिले में कोरोना संक्रमण के मामले 10 हजार के पार पहुंच गए हैं. जिले में मंगलवार को सर्वाधिक 239 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है.
जिले में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आने के साथ ही मौत का सिलसिला भी जारी है. यही वजह है कि अब तक लगभग 150 से अधिक कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है. हालांकि इनमें से हुई कई मौतों के आंकड़ें स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी नहीं किए जा रहे है. लेकिन मौतों को लेकर स्थिति चिंताजनक है. जिले में मंगलवार को कोरोना से एक मौत हुई है. बताया जा रहा है कि शहर के गोधनपुर निवासी 55 वर्षीय पुरुष बतौली ग्रामीण बैंक में असिस्टेंट मैनजेर के पद पर पदस्थ थे. वे एक हफ्ते पहले रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर होम आइसोलेशन में थे. लेकिन एक सप्ताह घर में रहने व दवाओं का डोज पूरा करने के बाद भी बीती रात ढाई बजे उनकी तबियत अचानक बिगड़ गई. जिसके बाद परिजन उन्हें लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे थे. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. वहीं बतौली के ग्रामीण बैंक में ब्रांच मैनेजर की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है. ब्रांच मैनेजर की रिपोर्ट शनिवार को पॉजिटिव आई. जिसके बाद सोमवार से बैंक बंद है. लेकिन जब बैंक के ही एक अधिकारी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो ना ही कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का ख्याल रखा गया और ना ही बैंक को सेनिटाइज किया गया.
निजी अस्पतालों में 144 बेड आरक्षित
कलेक्टर संजीव कुमार झा के निर्देशानुसार कोविड-19 के मरीजों के उपचार के लिए जिले के 5 निजी अस्पतालों में 144 बेड आरक्षित किए गए है. CMHO डाॅ. पीएस सिसोदिया ने बताया कि होलीक्राॅस हॉस्पिटल में आईसीयू बेड 6, ऑक्सीजन बेड 8, जनरल बेड 36, कुल बेड संख्या 50, जीवन ज्योति हॉस्पिटल आईसीयू बेड 14, ऑक्सीजन बेड 36, कुल बेड संख्या 50, केडी हाॅस्पिटल एवं रिसर्च सेन्टर आईसीयू बेड 4, ऑक्सीजन बेड 10, कुल बेड संख्या 14 लाईफ लाईन हॉस्पिटल आईसीयू बेड 8, ऑक्सीजन बेड 12, कुल बेड संख्या 20 और माता राजरानी मेमोरियल हॉस्पिटल अम्बिकापुर में ऑक्सीजन बेड 10, कुल बेड संख्या 10 है.
छत्तीसगढ़ में कोरोना का कहर जारी है. रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव के बाद 15 जिलों में 200 से ज्यादा नए कोरोना मरीज मिले हैं. मंगलवार को करीब 10 हजार कोरोना के नए केस मिले हैं. 24 घंटे के भीतर ही 53 लोगों की जान गई है.