सरगुजा: छत्तीसगढ़ की राजनीति में आज का दिन बेहद दुखद है. प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के साथ ही राजनीति के युग का अंत हो गया. 74 साल की उम्र में अजीत जोगी ने अंतिम सांस ली. जिसके बाद से प्रदेश में शोक की लहर है. वे जननेता थे. उनके निधन से प्रदेश की जनता तो दुखी है ही, साथ ही उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी भी दुखी हैं.
रायपुर: अजीत जोगी के निधन से दुखी टीएस सिंहदेव ने साझा की अंतिम याद - अजीत जोगी का सफर
छ्त्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी का आज दोपहर 3.30 बजे निधन हो गया. उनके निधन पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने दुख जताया है.
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प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि जोगी के साथ संबंधों में भले ही उतार-चढ़ाव आए हों, मगर मिलते समय भावनाओ में कभी कमी नहीं हुई. अंतिम बातचीत के दौरान अजीत जोगी ने अस्पताल में रहते हुए मंत्री टीएस सिंहदेव से अपने विधानसभा क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि की बात बताते हुए मरवाही जाकर जायजा लेने की बात कही थी. टीएस सिंहदेव ने अजीत जोगी के साथ अपनी अंतिम याद साझा करते हुए गहरा दुख जाहिर किया है.
टीएस सिंहदेव ने कहा कि उन्होंने कहा था कि ''टीएस देखना वहां पर ओलावृष्टि हुई है. लोगों के घर टूटे हैं. घर के लिए कुछ कर सकते हो तो देखना.''